परीक्षा केंद्रों के बाहर चोरी करने वाले तीन शातिर गिरफ्तार
वाहनों से ज्वेलरी, मोबाइल फोन करते थे चोरी
लखनऊ। कृष्णानगर पुलिस ने परीक्षा केंद्रों के बाहर खड़े वाहनों से चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से तीन मोबाइल फोन, एक चेन, एक जोड़ी टॉप्स, स्कूटी समेत चार आईडी कार्ड बरामद किए हैं। पुलिस टीम को पंद्रह हजार रुपए नकद इनाम देने की घोषणा की गई है।
डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में स्थित पैराडाइज क्रिस्टल अपार्टमेंट में रहने वाली प्रियंका शुक्ला ने कृष्णानगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। प्रियंका नौ जून को परीक्षा देने कृष्णा नगर में आई थीं। इस दौरान चोरों ने उनकी स्कूटी से ज्वेलरी और अन्य सामान चोरी कर लिया था। अमेठी के रहने वाले मो वैश चार जुलाई को परीक्षा देने आए थे। उन्होंने बताया कि चोर उनकी स्कूटी से मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, चोरी कर ले गए थे। पुलिस ने दोनों मामलों में केस दर्ज कर खुलासे के लिए चार टीमों का गठन किया था।
टीम ने मंगलवार को सीसीटीवी फुटेज के जरिए संगम बिहार कालोनी अंडर पास से तीन युवकों को दबोच लिया। पूछताछ में युवकों ने अपना नाम सैय्यद सैफ निवासी एलडीए कालोनी टिकैत राम तालाब, मयंक सोनकर निवासी राजा होटल वाली गली अमीनाबाद और रूपेश यादव निवासी एलडीए कालोनी राजाजीपुरम बताया।
एडीसीपी अमित कुमावत ने बताया कि गैंग लीडर सैय्यद सैफ अपने साथी रूपेश और मयंक के साथ परीक्षा केंद्र पर आए स्टूडेंट्स के वाहनों में रखे सामान को चोरी कर लेता था। इसके साथ ही एटीएम और क्रेडिट कार्ड की क्लोनिंग कर ऑनलाइन खरीददारी करते थे।
उन्होंने बताया कि चोरी के सामान को बेचकर जो भी रुपए मिलते उसे आपस में बांट लेते थे। इनमें सैफ ने बीसीए पास आउट करने के बाद साल 2024 तक जोमैटो डिलीवरी बॉय के रूप में काम किया था। मयंक नाका हिंडोला में मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान में काम करता था। इसके पहले वह भी जोमैटो में डिलीवरी बॉय का काम करता था। रूपेश डेंटल कार्ट में दांत बनाने का काम करता था। पकड़े गए आरोपी सैफ ने अपने साथी मयंक के साथ मिलकर पीड़ित मो वैश का ATM और मोबाइल फोन यूज कर ओटीपी प्राप्त कर एक लाख 27 हजार रुपए निकाल लिए थे। इन रुपयों से खरीदारी की थी।
टिप्पणियां