आम हड़ताल को सफल बनाने की अपील की
एसकेएम ने आम हड़ताल का समर्थन किया
लखनऊ। एसकेएम ने लोगों से नौ जुलाई को श्रमिकों की आम हड़ताल को जोशपूर्ण समर्थन देने की अपील की है। हड़ताल की मुख्य मांगों में चार श्रम संहिताओं को निरस्त करना,सार्वजनिक उपक्रमों व सार्वजनिक सेवाओं का निजीकरण रोकना,रोजगार में ठेका प्रथा और अनियमितता समाप्त करना तथा न्यूनतम वेतन 26000 रुपये प्रतिमाह करना है।
ये भारतीय अर्थव्यवस्था के निगमीकरण का विरोध करने तथा भारत की स्वतंत्रता की रक्षा करने के लिए निर्णायक नीतिगत आवश्यकताएं हैं। एसकेएम ने आम हड़ताल का समर्थन किया है तथा 9 जुलाई को पूरे भारत में तहसील स्तर पर स्वतंत्र रूप से तथा ट्रेड यूनियनों और कृषि श्रमिक यूनियनों के साथ समन्वय करके किसानों को एकजुट करने की घोषणा की है।
बिजली का निजीकरण नहीं करना,एलएआरआर अधिनियम 2013 का उल्लंघन करते हुए भूमि का अंधाधुंध अधिग्रहण समाप्त करना, मनरेगा में 200 दिन का काम और 600 रुपये दैनिक मजदूरी सुनिश्चित करना, कृषि श्रमिकों, किसानों और ग्रामीण मजदूरों के लिए न्यूनतम मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा और दस हजार रुपये मासिक पेंशन प्रदान करना, स्कीम श्रमिकों का औपचारीकरण, प्रवासी श्रमिकों और बटाईदार किसानों के अधिकारों को कानूनी संरक्षण देना आदि शामिल हैं। एसकेएम किसानों, श्रमिकों और कृषि श्रमिकों सहित पूरे कामकाजी लोगों से तहसील स्तर पर प्रदर्शन करने और आम हड़ताल को सफल बनाने के लिए बड़े पैमाने पर एकत्र होने का आह्वान करता है।
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