पेयजल व सीवरेज के लिए एलडीए ने नगर निगम को दिए 40.79 करोड़ रूपये
एलडीए ने गोमती नगर विस्तार योजना के चार सेक्टर नगर निगम को किए हैंडओवर
एलडीए वीसी के निर्देश पर एलडीए व नगर निगम की संयुक्त टीम ने किया निरीक्षण
- एलडीए ने पेयजल व सीवरेज के कार्यों के ट्रांसफर किये 40.79 करोड़ रूपये
लखनऊ। एलडीए ने गोमती नगर विस्तार योजना के सेक्टर-1, 4, 5 एवं 6 नगर निगम को हैंडओवर कर दिये हैं। इसके अंतर्गत अब से इन सेक्टरों में पेयजल व सीवरेज की व्यवस्था का पूरा जिम्मा नगर निगम संभालेगा। हैंडओवर के तहत एलडीए ने नगर निगम को 40.79 करोड़ रूपये ट्रांसफर किये हैं, जिससे योजना में 3000 मीटर पाइप लाइन व 2500 मीटर सीवर लाइन का विस्तार समेत अन्य कार्य किये जाएंगे। इससे गोमती नगर विस्तार में रहने वाली बड़ी आबादी को राहत मिलेगी।
एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा विकसित गोमती नगर विस्तार योजना के सेक्टर-1, 4, 5 एवं 6 में पेयजल व सीवरेज की व्यवस्था का कार्य वर्तमान में प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा था। इन सुविधाओं को नगर निगम को हैंडओवर करने के सम्बंध में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये थे। जिसके अनुपालन में एलडीए व जलकल विभाग की संयुक्त टीम द्वारा स्थल निरीक्षण किया गया। इसमें कमियों को चिन्हित करते हुए मरम्मत, जीर्णोद्धार व निर्माण आदि के कार्यों को चिन्हित किया गया और कार्यों को पूर्ण कराने के लिए 40.79 करोड़ रूपये का एस्टीमेट प्रस्तुत किया गया।
उपाध्यक्ष ने बताया कि जलकल विभाग द्वारा दिये गये एस्टीमेट को स्वीकृत करते हुए पूर्ण धनराशि विभाग को उपलब्ध करा दी गयी है। अब से गोमती नगर विस्तार के इन चारों सेक्टरों में पेयजल एवं सीवरेज की व्यवस्था का कार्य जलकल विभाग, नगर निगम द्वारा कराया जाएगा। इससे योजना में रहने वाले लोगों को काफी सुविधा होगी और पेयजल एवं सीवरेज की व्यवस्था का कार्य सुचारू रूप से हो सकेगा।
एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार ने बताया कि योजना के चारों सेक्टरों मेें 40.79 करोड़ रूपये की लागत से पेयजल एवं सीवरेज के काम होंगे। इसके तहत लगभग 3000 मीटर पाइप लाइन व 2500 मीटर सीवर लाइन का विस्तार किया जाएगा। कुल 05 नये जोनल पम्पिंग स्टेशन निर्मित किये जाएंगे, 04 नये नलकूप लगाये जाएंगे व 26 नलकूपों की कमियों को ठीक कराया जाएगा।
इसके अलावा क्षतिग्रस्त हो चुके 01 ओवर हेड टैंक का पुनर्निर्माण कराते हुए शेष ओवर हेडटैंक की कमियों को दुरूस्त किया जाएगा। सुपर सक्शन मशीन के माध्यम से लगभग 12 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन की सफाई व डिसिल्टिंग का कार्य कराया जाएगा। साथ ही लगभग 350 मेनहोल की मरम्मत करायी जाएगी।
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