अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग पर कार्यशाला का आयोजन
लखनऊ । रिमोट सेंसिंग एप्लिकेशन सेंटर ;आर एस ए सी उत्तर प्रदेश लखनऊ के तत्वावधान में भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग के सहयोग से उत्तर प्रदेश के विकास के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग पर एक राज्य स्तरीय कार्यशाला 7 जुलाई 2025 को योजना भवन सभागार में आयोजित की गई। इस आयोजन की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने की जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में इसरो के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग के सचिव डॉ वी नारायणन उपस्थित थे। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण को समर्थन देने के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग पर केंद्रित था।
इसरो अध्यक्ष ने अपने संबोधन में बताया कि क्षेत्रीय राज्य स्तरीय बैठकों की अवधारणा 2015 में नई दिल्ली में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित राष्ट्रीय बैठक से उत्पन्न हुई थी। राष्ट्रीय बैठक के दौरान केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिव/ सचिवो ने उन योजनाओं की पहचान की थी जिनमें जीपीएस जैसे उपग्रह रिमोट सेंसिंग प्रौद्योगिकियों का प्रभावी उपयोग किया जा सकता है।
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार के लगभग सभी विभागों मुख्यतः कृषि सिंचाई लोक निर्माणए ग्रामीण विकासए चिकित्सा और स्वास्थ्यए वन और पर्यावरणए खननए आवास और शहरी नियोजनए पंचायती राज राजस्व सामाजिक विकास और आपदा प्रबंधन में रिमोट सेंसिंग प्रौद्योगिकी के बढ़ते उपयोग पर जोर दिया।
राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केन्द्र के निदेशक डा० प्रकाश चौहान द्वारा देश में प्राकृतिक संसाधनों के अध्ययन एवं प्रबंधन हेतु अंतरिक्ष तकनीकी के उपयोग पर प्रकाश डाला गया।
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