पेड़-पौधे प्राणदायिनी आक्सीजन गैस के जनक होते हैं - डॉ बलराम चौरसिया
बस्ती - पेड़-पौधे प्राणदायिनी आक्सीजन गैस के जनक होते हैं। हवा में आक्सीजन गैस का एक निश्चित अनुपात बनाए रखने में पेड़ पौधों की भरपूर संख्या का होना नितांत आवश्यक है। इस लिए हम सबको आज के महापर्व में कम से कम दस पौधे अवश्य रोपित करना चाहिए। यह बात डिप्टी सीवीओ भानपुर डॉ बलराम चौरसिया ने ब्रहद ब्रक्षारोपण अभियान अंतर्गत खम्हरिया पश्चिम गो आश्रय स्थल पर पौधारोपण करते हुए कहा। पर्यावरण तंत्र में पेड़ पौधों का महत्व बताते हुए डॉ चौरसिया ने कहा कि पर्यावरण संतुलन में ब्रक्षों की अहम भूमिका होती है। पौधे वायु में मौजूद जहरीली गैस कार्बन-डाई-ऑक्साइड को अवशोषित कर जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक गैस आक्सीजन पैदा करते रहते हैं। आक्सीजन के बगैर धरती पर किसी भी जीव का एक पल भी रह पाना मुश्किल है। सभी प्राणियों के भलाई के लिए पेड़ पौधों की प्रस्तावित संख्या किसी भी दशा में कम नहीं होनी चाहिए। अभियान के तहत पशु चिकित्सालय राम नगर परिसर व पशु चिकित्सालय पिरैला में तीन सौ सागौन, अर्जुन, शीशम आदि रोपित किया गया।
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