बिजली के निजीकरण के विरोध में राष्ट्रव्यापी हड़ताल

एक लाख बिजली कर्मी सड़क पर उतरे

बिजली के निजीकरण के विरोध में राष्ट्रव्यापी हड़ताल

लखनऊ। नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लाइज एंड इंजीनियर्स के आह्वान पर बुधवार को देश के 27 लाख बिजली कर्मियों ने एक दिन की सांकेतिक हड़ताल की। उत्तर प्रदेश के लगभग एक लाख बिजली कर्मचारियों,संविदा कर्मियों,जूनियर इंजीनियरों और अभियंताओं ने कार्यालय व कार्य स्थल से बाहर आकर निजीकरण के विरोध में पूरे दिन व्यापक विरोध प्रदर्शन किया।

ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेंद्र दुबे, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ पावर डिप्लोमा इंजीनियर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर के त्रिवेदी, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ़ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लाइज के महामंत्री मोहन शर्मा, इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लाइज फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के महामंत्री सुदीप दत्ता, इंडियन नेशनल इलेक्ट्रिसिटी वर्कर्स फेडरेशन के महामंत्री कुलदीप कुमार और ऑल इंडिया पावर मेन्स फेडरेशन के महामंत्री समर सिन्हा ने आज यहां जारी बयान में कहा है कि भारत सरकार की एवं राज्य सरकारों की बिजली के निजीकरण की जन विरोधी नीतियों के विरोध में और खासकर उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में देश के सभी प्रांतों के लगभग 27 लाख बिजली कर्मियों ने एक दिन की सांकेतिक हड़ताल कर अपनी एकजुटता का परिचय दिया है।

About The Author

अपनी टिप्पणियां पोस्ट करें

टिप्पणियां