रेड क्रॉस स्थापना दिवस पर सेवा का संकल्प:
गाजियाबाद में रक्तदान शिविर, क्षय रोगियों को गोद लेकर वितरित की गई पुष्टाहार पोटली
हेनरी ड्यूट की सेवा भावना को समर्पित दिवस पर गाजियाबाद रेड क्रॉस इकाई का अनुकरणीय आयोजन; 50 क्षय रोगियों को पोषण सहायता और आजीवन सदस्यता अभियान को मिली नई ऊर्जा
गाजियाबाद। रेड क्रॉस के जनक हेनरी ड्यूट की जयंती के उपलक्ष्य में 8 मई को गाजियाबाद में रेड क्रॉस स्थापना दिवस सेवा दिवस के रूप में पूरे उत्साह से मनाया गया। भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी की गाजियाबाद इकाई ने जिलाधिकारी दीपक मीणा (IAS) के निर्देशन में एक भव्य रक्तदान शिविर और रक्तदान प्रोत्साहन गोष्ठी का आयोजन किया। इसके साथ ही 50 क्षय रोगियों को 6 माह की पुष्टाहार पोटली देकर उन्हें गोद लिया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत अपर जिलाधिकारी नगर श्री गंभीर सिंह के करकमलों से हुई। उनके साथ स्वास्थ्य निदेशक डॉ संगीता गोयल, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राकेश कुमार, मेजर डॉ प्राची गर्ग सहित अन्य प्रमुख चिकित्सक उपस्थित रहे। गम्भीर सिंह ने मां भारती और हेनरी ड्यूट के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और शहर के उद्योगपतियों व प्रबुद्ध नागरिकों से रेड क्रॉस की सदस्यता लेकर सेवा कार्यों को सशक्त बनाने की अपील की।
"सेवा भावना को समर्पित आयोजन"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "टीबी मुक्त भारत" अभियान के तहत रोटरी क्लब गाजियाबाद हेरिटेज के सहयोग से 50 टीबी रोगियों को 6 माह तक गोद लेकर उन्हें पोषण सामग्री वितरित की गई। क्लब अध्यक्ष हिमांशु बंसल ने रेड क्रॉस के सेवा कार्यों की सराहना करते हुए भविष्य में निरंतर सहयोग का संकल्प लिया।
"रेड क्रॉस की विशेषताएं और प्रेरणा"
मेजर डॉ प्राची गर्ग ने रेड क्रॉस की गैर राजनीतिक, निरपेक्ष और मानवतावादी पहचान को रेखांकित करते हुए बताया कि यह संस्था 1920 से सेवा में निरंतर अग्रसर है। सभापति डॉ सुभाष गुप्ता ने कहा कि रेड क्रॉस शांति, प्रेम और समरसता का प्रतीक है और आतंकवाद का दृढ़ विरोध करता है।
"सम्मान और सदस्यता अभियान"
स्वास्थ्य निदेशक डॉ संगीता गोयल और डॉ प्राची गर्ग का स्वागत सचिव डॉ किरण गर्ग द्वारा सम्मानपूर्वक पटका पहनाकर किया गया। इस अवसर पर गंभीर सिंह एवं उनकी पत्नी ने रेड क्रॉस की आजीवन सदस्यता ग्रहण की, जिसका प्रमाण पत्र सभापति डॉ गुप्ता ने प्रदान किया।
जन सहभागिता और प्रेरणा
कार्यक्रम में सिविल डिफेंस और अन्य स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर रक्तदान किया। वहीं, सरकारी विद्यालय की शिक्षिकाएं नीतू सिंह, अंशु सिंह और अंजलि अग्निहोत्री ने न केवल सदस्यता ली, बल्कि कम से कम 10-10 नए सदस्य जोड़ने का भी संकल्प लिया।
समापन:
इस सफल आयोजन में डॉ बलिगा, डॉ शील, एम.सी. गौड़, विपिन अग्रवाल, डीसी बंसल, राजेश गुप्ता, विनोद कुमार, संजय कुमार यादव, दीपाली गुप्ता सहित अनेक चिकित्सकों एवं सहयोगियों का सराहनीय योगदान रहा। कार्यक्रम ने यह संदेश दिया—
"हमारा धर्म है सेवा, हमारा कर्म है सेवा।"
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