डॉ. राजेश्वर सिंह ने शुरू की ‘माइंड मैराथन क्विज’, युवाओं को बना रहे सिविल सेवा के लिए तैयार
50 वार्डों और गाँवों तक पहुंचेगी प्रतियोगिता, विजेताओं को मिले लैपटॉप
पीजीआई, लखनऊ। सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने बुधवार को वृंदावन योजना स्थित एल्डिको सौभाग्यम में ‘माइंड मैराथन क्विज’ की शुरुआत की। यह प्रतियोगिता युवाओं को UPSC और UPPSC जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं के लिए मानसिक रूप से तैयार करने और उनकी विश्लेषणात्मक क्षमता को निखारने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा, “यह केवल एक क्विज नहीं, बल्कि मस्तिष्क के प्रशिक्षण की प्रक्रिया है। जैसे शरीर के लिए दौड़ जरूरी है, वैसे ही सोचने के लिए ‘माइंड मैराथन’ जरूरी है।” उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता पूर्व वर्षों के प्रश्नपत्रों, NCERT पुस्तकों और करंट अफेयर्स पर आधारित होगी, जिससे छात्र आधारभूत समझ विकसित कर सकें।
चौकाने वाले आंकड़े किए प्रस्तुत
कार्यक्रम के दौरान डॉ. राजेश्वर सिंह ने बताया कि भारत की 65% आबादी युवा है, लेकिन केवल 46% ग्रेजुएट ही नौकरी के योग्य माने जाते हैं। UNESCO और ASER की रिपोर्ट्स के हवाले से उन्होंने बताया कि अधिकांश युवाओं में व्यावहारिक सोच, समस्या समाधान और आत्मचालित अध्ययन की कमी है। “समस्या टैलेंट की नहीं, सोचने के तरीके की है,” उन्होंने कहा।
मौलिकता को मिलेगा सम्मान
डॉ. राजेश्वर सिंह ने युवाओं को भीड़ का हिस्सा बनने के बजाय मौलिक सोच विकसित करने की अपील की। उन्होंने कहा, “लीडर वही होता है जो सोचता है, न कि सिर्फ नकल करता है। 'माइंड मैराथन' में मौलिकता को प्राथमिकता दी जाएगी।”
लक्ष्य: 1,000 अफसर सरोजनीनगर से
विधायक ने घोषणा की कि यह प्रतियोगिता अब RWA क्षेत्रों से बढ़ाकर 50 वार्डों और गाँवों तक पहुंचाई जाएगी। उनका लक्ष्य है कि इस पहल से कम से कम 1,000 युवा सिविल सेवाओं में चयनित होकर देश निर्माण में भागीदार बनें।
लैपटॉप से किया विजेताओं का सम्मान
इस अवसर पर प्रतियोगिता के विजेताओं को डॉ. राजेश्वर सिंह ने लैपटॉप भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार सिर्फ सम्मान नहीं, बल्कि युवाओं की तैयारी का एक आवश्यक संसाधन भी है।
टिप्पणियां