आतंकवाद के पीछे छिपी ताकतों को जमींदोज करने के लिए कड़ा कदम उठाये सरकार- प्रमोद तिवारी

राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता ने मोदी सरकार को आतंकवाद को माकूल जबाब देने के लिए दी नसीहत

आतंकवाद के पीछे छिपी ताकतों को जमींदोज करने के लिए कड़ा कदम उठाये सरकार- प्रमोद तिवारी

लालगंज, प्रतापगढ़। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने पहलगाम आतंकवादी हमले में निर्दोष छब्बीस शहीदों की तेरहवीं पर दिवंगत आत्माओं को भावपूर्ण पुष्पांजलि अर्पित करते हुए सरकार से अविलंब निर्णायक कदम उठाने पर जोर दिया है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि आतंकवादियो ने बर्बरता तथा नृशंसता व घृणा के साथ छब्बीस निर्दोष भारतीयों को शहीद किया है। उन्होने कहा कि इन छब्बीस परिवारों का तेरहवीं के दिन शायद दुख कम होता और इनकी आत्माओं को शान्ति व सच्ची श्रद्धांजलि मिलती यदि सरकार दोषी खूंखार आतंकवादियों को अब तक जमींदोज कर चुकी होती।

उन्होनें कहा कि सरकार को पूरे देश का आतंकवाद के खात्मे के लिए एकमुश्त समर्थन है। उन्होनंे कहा कि इसके बावजूद भी दुखद व चिंताजनक यह है कि शहीदों की तेरहवीं तक भी हम आतंकवाद को माकूल जबाब नहीं दे सके हैं। उन्होनें कहा कि ऐसे में इन शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि तेरहवीं तक भी अर्पित न कर पाने की देशवासियों की पीड़ा बढ़ती जा रही है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि सभी राजनैतिक दलों के द्वारा भी आतंकवाद को जड़ से मिटाने के लिए बार बार सरकार को समर्थन का मजबूत ऐलान खुलकर किया जा रहा है। उन्होने तंज कसा कि देश के मजबूत समर्थन के दौर में मोदी सरकार को बिहार और केरल की राजनीति की जगह आतंकवाद के पीछे खड़ी ताकतों को कडी सजा अब तक दे दी गयी होती तो इन शहीदों की आत्मा को सच्ची श्रद्धांजलि मिल जाती।

वहीं राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने मणिपुर में चुनी हुई सरकार की जगह राष्ट्रपति शासन को लेकर भी नाराजगी जतायी है। उन्होने कहा कि मणिपुर की समस्या का समाधान सिर्फ चुनी हुई सरकार ही कर सकती है। विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि मणिपुर में शांति बहाली के लिए राष्ट्रपति शासन की जगह शीघ्र लोकप्रिय सरकार के गठन के लिए चुनाव अवश्य कराया जाना चाहिए। राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी का यह बयान रविवार को मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से निर्गत हुआ है।

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