भातखण्डे विवि में अस्थाई शिक्षक के लिये होगा साक्षात्कार
शिक्षकों को मिलेगा 12 हजार रुपए का भुगतान
लखनऊ। भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय में होने वाली ग्रीष्मकालीन कार्यशाला के लिए अस्थाई शिक्षक रखे जाएंगे। शिक्षकों के चयन के लिए पांच और छह मई को साक्षात्कार होंगे। 20 विद्याओं के 24 शिक्षकों को ग्रीष्मकालीन कार्यशालाओं में प्रशिक्षण देने के लिए चयनित किया जाएगा। विश्वविद्यालय में ग्रीष्मकालीन कार्यशाला 20 मई से 26 जून तक सुबह नौ से 11 बजे तक संचालित होनी है। जिसमें शास्त्रीय गायन, सुगम संगीत, लोकगीत, तबला, पखावज, ढोलक, सितार, वायलिन, गिटार (वेस्टर्न), बांसुरी, हारमोनियम, कीबोर्ड, कथक नृत्य, भरतनाट्यम, लोकनृत्य, सारंगी, सरोद, पेंटिंग एवं क्ले मॉडलिंग के अतिरिक्त दिव्यांग बच्चों के लिए शास्त्रीय गयन की विशेष कार्यशाला होनी है।
इस अवधि के लिए प्रशिक्षण कार्य के लिए प्रशिक्षकों का चयन किया जाना है। जिसके लिए उक्त अवधि में 12 हजार रुपए का भुगतान किया जाएगा। पांच और छह मई को साक्षात्कार भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय की ग्रीष्मकालीन कार्यशाला में प्रशिक्षकों के चयन के लिए पांच और छह मई को साक्षात्कार दोपहर 12:30 से तीन बजे तक विश्वविद्यालय परिसर में होगा।
इच्छुक अभ्यर्थी अपने मूल प्रमाण पत्रों के साथ बायोडाटा एवं प्रमाण पत्रों की छायाप्रति सहित निर्धारित समय में उपस्थित होकर साक्षात्कार में शामिल हो सकता है। कार्यशाला संयोजक डा. मनोज कुमार मिश्रा ने बताया कि किसी भी शिक्षक को तभी आमंत्रित किय जाएगा जब कार्यशाला में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या पांच से अधिक होगी।
किस विधा में कितने प्रशिक्षकों का चयन...!
शास्त्रीय गायन-1, दिव्यांग-आस्टिस्टिक बच्चों के लिए शास्त्रीय गायन -1, तबला- 1, पखावज-1, सितार- 1, वायलिन-1, बांसुरी-1, कथक नृत्य-2, भरतनाट्यम-1, सरोद-1, सुगम संगीत-1, लोकगीत- 1, लोकनृत्य दो, ढोलक-1, सारंगी-2, गिटार- 2, हारमोनियम-1, कीबोर्ड- 2, पेंटिंग-1 एवं क्ले माडलिंग में 1 प्रशिक्षक रखे जायेंगे।
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