रेल किराए में बढ़ोतरी पर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए: मायावती

रेल किराए में बढ़ोतरी पर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए: मायावती

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने रेल किराए में बढ़ोतरी को लेकर रेलवे बोर्ड पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने झुग्गियों को तोड़े जाने को लेकर दिल्ली सरकार पर हमला बोला है। बसपा प्रमुख ने बिजली के निजीकरण को लेकर भी सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने मंगलवार को लखनऊ में प्रेस वार्ता कर बताया कि देश में जबरदस्त महंगाई है। बेरोजगारी और कमाई घटने से लोग दुखी है। ऐसे में केंद्र सरकार ने देश में जो रेल किराया बढ़ाया है वो आम जनहित के विरूद्ध व्यावसायिक सोच वाला फैसला है। 'राष्ट्र प्रथम' के नाम पर आमजन का जीएसटी की तरह रेलवे के जरिए दैनिक जीवन पर बोझ बढ़ाकर उनका शोषण बढ़ाने की यह परंपरा अनुचित है। इस पर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए।

मायावती ने कहा कि इस समय देश में बढ़ती महंगाई, रोजगार के अभाव में परिवार को पालने के लिए अपना घर छोड़कर पलायन करने की मजबूरी के कारण यहां के करोड़ों लोगों के लिए यह रेल का सफर कोई फैशन, आनंद व पर्यटन नहीं है। बल्कि रेल का यह अति—कष्टदायी सफर आम जरूरत व मजबूरी है। इसके लिए सरकार को इनके प्रति व्यापारिक नहीं बल्कि सहानुभूतिपरक बर्ताव करना चाहिए। 

मायावती ने कहा कि रोजी-रोटी के लिए यूपी, बिहार और बंगाल आदि राज्यों से दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रहते हैं। सरकार वैकल्पिक व्यवस्था किए बिना उनकी झुग्गी—झोपड़ी उजाड़ रही है। यह अति दुखद और शर्मनाक है। वहीं, दिल्ली में दैनिक उपयोग की वस्तुओं की जिस प्रकार से कीमतें बढ़ाई हैं वे दिल्ली की जनता के लिए भारी मुसीबतें पैदा कर रही है।

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