ओला-उबर के ड्राइवरों की हड़ताल, राइड रेट बढ़ाने की मांग
कंपनियों पर शोषण करने का आरोप लगाया
लखनऊ। राजधानी में ओला-उबर के ड्राइवर लगभग एक हजार से ज्यादा कैब चालक अपनी गाड़ियां खड़ी कर हड़ताल पर हैं। ड्राइवरों की मांग है कि कंपनी राइड पर प्रति किलोमीटर 25 रुपए रेट बढ़ाए। कंपनी हर राइड पर अधिक पैसे लेती है, लेकिन उन्हें कम पैसे मिलते हैं। प्रदर्शन में ओला-उबर टैक्सी यूनियन के पदाधिकारी भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि कई बार कहने के बाद भी कंपनी ने उनकी बातों पर अमल नहीं किया। जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है।
'राष्ट्रवादी ड्राइवर यूनियन शक्ति' के अध्यक्ष अवनीश सिंह उर्फ विपिन का कहना है कि कैब कंपनियां ड्राइवरों का शोषण कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कैब कंपनियों से मांग है कि ड्राइवरों को राइड का सही दाम दिया जाए। सीएनजी भी बहुत महंगी हो गई है। पहले सही रेट दिया जाता था। लेकिन लगातार उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। अगर कंपनियों ने मांग नहीं मानी तो प्रदर्शन जारी रहेगा। सरकार से मांग है कि वह एग्रीगेटर पॉलिसी लाए, ताकि ड्राइवरों को काम के हिसाब से पैसा मिल सके।
पीजीआई स्थित डिफेंस एक्सपो मैदान में जमा हुए ड्राइवर्स ने इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा। यूनियन ने ओला, उबर, इन-ड्राइवर और रैपिडो जैसी ऑनलाइन कंपनियों के खिलाफ व्यापार बचाओ आंदोलन शुरू किया है।
यूनियन अध्यक्ष ने बताया कि ओला-उबर कंपनियों को 7 दिन का समय दिया गया है। अगर मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन तेज किया जाएगा। विधानसभा का घेराव भी किया जाएगा। प्रदर्शन में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामकृष्ण पांडे, प्रदेश महासचिव प्रवीण विश्वकर्मा, प्रदेश सचिव नीरज यादव, लखनऊ जिला अध्यक्ष राहुल तिवारी, जिला उपाध्यक्ष विवेक सिंह और जिला संगठन मंत्री प्रदीप वर्मा आदि शामिल हुए।
यह हैं ड्राइवरों की प्रमुख मांगें...
- प्रति किलोमीटर 25 रुपए, 10 किलोमीटर की न्यूनतम राइड का किराया 150 रुपए किया जाए
- साप्ताहिक बोनस और इंसेंटिव स्कीम फिर से शुरू की जाए, ऐप्स का कमीशन घटाया जाए
- फर्जी राइड कैंसिलेशन और पेनल्टी का सिस्टम बंद हो, ड्राइवरों को बीमा और सामाजिक सुरक्षा दी जाए
टिप्पणियां