सूबे में भ्रष्टाचार और अन्याय की कोई सीमा नहीं रही : अखिलेश
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार और अन्याय की कोई सीमा नहीं रह गई है और यह पहली बार दिख रहा है कि प्रदेश के अधिकारी इस राज्य के बाहर ‘निवेश’ कर रहे हैं। अखिलेश यादव ने यहां प्रेस वार्ता में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय द्वारा अपने जिले सिद्धार्थनगर में गेहूं खरीद में 64 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाए जाने के बाद कहा, "इस सरकार में भ्रष्टाचार की कोई सीमा नहीं है। अन्याय भी उतना ही चल रहा है।"
उन्होंने कहा, "भ्रष्टाचार और अन्याय की वजह से ही पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) परिवार एकजुट हो गया है और इसी एकजुटता से घबराकर ही भाजपा ने जातिवार जनगणना का फैसला किया है। इस जनगणना में भी धांधली ना हो इसलिए भी पीडीए परिवार एकजुट रहे।"
सपा प्रमुख ने एक सवाल पर कहा, "इस बार भारतीय जनता पार्टी की कोई चालबाजी नहीं चलेगी। यह लोग चुनाव में धांधली करते हैं, मगर इस बार उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभाओं में हम भाजपा की कोई भी चार सौ बीसी नहीं चलने देंगे।" नेता प्रतिपक्ष पांडेय ने प्रेस वार्ता में सिद्धार्थनगर जिले में गेहूं की सरकारी खरीद में 64 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि गबन में भाजपा के लोग शामिल हैं और मुख्यमंत्री से शिकायत किए जाने के बावजूद अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सपा प्रमुख यादव ने दावा किया, "कई अधिकारियों के खिलाफ 165 करोड़ रुपये की धांधली को लेकर कार्रवाई होने जा रही है।”
उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, "एक अधिकारी इतने ईमानदार थे कि उन्होंने अपने नाम पर एक भी फ्लैट नहीं रखा और अपने सहयोगी-साथियों के नाम पर न जाने कितने फ्लैट खरीद लिये। वह भी न सिर्फ उत्तर प्रदेश में बल्कि उत्तर प्रदेश के बाहर भी। यह तो पहली बार सरकार में देखने को मिल रहा है कि उत्तर प्रदेश के अधिकारियों का निवेश उत्तर प्रदेश के बाहर हो रहा है।"
अखिलेश यादव ने दावा किया कि अधिकारी जो बहुत ही मलाईदार पद पर हैं, वह दूसरे राज्यों में निवेश कर रहे हैं। सपा प्रमुख ने किसान नेता राकेश टिकैत के साथ पिछले दिनों हुए दुर्व्यवहार करके उनकी पगड़ी उछाले जाने की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अगर कोई सवाल करे और सरकार के खिलाफ आंदोलन में शामिल हो तो उसकी पगड़ी उछाल दी जाएगी। उन्होंने कहा, "किसानों की पगड़ी एक बार नहीं उछाली गई है। कई ऐसे मौके आए हैं जब भाजपा के लोगों ने किसानों को अपमानित किया है।"
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