लोको पायलट रेलवे की रीढ़ हैं: चेयरमैन रेलवे बोर्ड

सीआरबी-सीईओ सतीश कुमार ने एनईआर गोरखपुर जंक्शन का लिया जायजा

लोको पायलट रेलवे की रीढ़ हैं: चेयरमैन रेलवे बोर्ड

लखनऊ। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतीश कुमार ने गुरुवार को जीएम एनईआर रेलवे सौम्या माथुर, प्रमुख विभागाध्यक्षों, मंडल रेल प्रबन्धक लखनऊ गौरव अग्रवाल और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गोरखपुर स्थित क्रू लॉबी, एकीकृत क्रू रनिंग रूम और स्टेशन परिसर का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने क्रू लॉबी में सीएमएस हॉल, क्रू काउंसलिंग कक्ष, एकीकृत क्रू रनिंग रूम में टीटीई व लोको पायलट कक्षों की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

सीआरबी ने गोरखपुर जं. स्टेशन के प्रस्तावित स्वरूप और पुनर्विकास कार्यों के ले-आउट का भी अवलोकन किया। सीआरबी ने कहा कि लोको पायलट रेलवे की रीढ़ हैं और उनकी कार्य दक्षता बढ़ाने के लिए ऐसी सुविधाएं अनिवार्य हैं। इसी क्रम में बोले कि खलीलाबाद-बहराइच वाया बलरामपुर, श्रावस्ती, भिनगा (240.20 किमी.) नई रेल लाइन निर्माण के प्रथम चरण में खलीलाबाद- बांसी के मध्य कार्य प्रगति पर है तथा आगे के चरणों के लिये भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है। दोहरीघाट-सहजनवा (81.17 किमी.) तथा आनन्दनगर-घुघुली वाया महाराजगंज (53.51 किमी.) नई लाइन को लेकर भूमि अधिग्रहण का कार्य चल रहा है। 

तराई क्षेत्र में बहराइच-नानपारा-नेपालगंज रोड मीटर गेज खंड के आमान परिवर्तन के अन्तर्गत बहराइच-नानपारा का कार्य पूर्ण हो गया है। उन्होंने कहा कि क्षमता विस्तार होने पर अधिक ट्रेनों का संचलन हो सकेगा। अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड ने ट्रेड यूनियनों और रेलवे कर्मचारी एसोसिएशनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की।

गोरखपुर को दूसरी वंदे भारत आज मिलेगी...!
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत लगभग 500 करोड़ रुपये की लागत से गोरखपुर जंक्शन को नये यात्री सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है जिसमें स्टेशन पर रूफ प्लाजा, विशाल प्रतीक्षालय, फूड कोर्ट, खुदरा दुकानें, बच्चों के लिए स्पोर्ट्स जोन और दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएं जैसे लिफ्ट, रैंप और ब्रेल साइनेज शामिल हैं। स्टेशन का नया भवन पर्यावरण-अनुकूल और ऊर्जा-कुशल डिजाइन पर आधारित होगा।

आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास और विस्तार के लिये वर्ष 2025-26 के बजट में 19 हजार 858 करोड़ का आवंटन किया गया है। बोले कि देशभर में अमृत भारत स्टेशन योजना के अन्तर्गत 1,300 से अधिक तथा उत्तर प्रदेश के कुल 157 एवं पूर्वोत्तर रेलवे के 58 स्टेशन पुनविकास के लिये चयनित हैं।

 पूर्वोत्तर रेलवे के 12 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों में से 11 स्टेशन उत्तर प्रदेश मे हैं और एक स्टेशन बिहार का है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर को दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस 20 जून को मिल जायेगी, जो पाटलिपुत्र से चलकर मुजफ्फरपुर, नरकटियागंज के रास्ते यहां आये जिसे पीएम मोदी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

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