बल का प्रयोग किसी भी समस्या का स्थायी समाधान नहीं: जिनपिंग
नई दिल्ली। ईरान और इजरायल एक-दूसरे पर लगातार हमलों के बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का बड़ा बयान सामने आया है, जिनपिंग ने दो टूक कहा है कि मिडिल ईस्ट में संघर्ष को सुलझाने के लिए सबसे जरूरी प्राथमिकता युद्धविराम है और अंतरराष्ट्रीय विवादों को सुलझाने का तरीका बल प्रयोग नहीं हो सकता.
चीन की प्रमुख समाचार एजेंसी पीपल्स डेली के मुताबिक राष्ट्रपति जिनपिंग ने ये बयान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन बातचीत के दौरान दिया. जिसमें दोनों नेताओं ने मिडिल ईस्ट की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की. साथ ही उन्होंने सभी संबंधित पक्षों विशेषकर इजरायल से अपील की कि वह जितनी जल्दी हो सके युद्धविराम लागू करे, ताकि क्षेत्र में शांति और स्थिरता बहाल की जा सके. जिनपिंग ने दोहराया कि चीन हमेशा संवाद और कूटनीति के जरिए अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के समाधान का पक्षधर रहा है और बल का प्रयोग किसी भी समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो सकता.
बता दें कि इजरायल ईरान पर लगातार अटैक कर रहा है. इसके जवाब में ईरान ने इजरायल के कई शहरों जैसे- तेल अवीव, बीर्शेबा, रमतगन और होलोन पर 4 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. इनमें एक मिसाइल तेल अवीव के सोरोका अस्पताल पर जा गिरी, जिससे पूरे अस्पताल में अफरातफरी मच गई. साथ ही इस हमले में कई लोगों के घायल होने की खबर भी सामने आ रही है.
ईरान ने इजरायल के सोरोका अस्पताल पर दागी मिसाइल
सोरोका मेडिकल सेंटर के महानिदेशक प्रो. श्लोमी कोडेश ने गुरुवार की सुबह मिसाइल हमले के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि मिसाइल ने सोरोका में पुराने सर्जिकल वार्ड की इमारत को निशाना बनाया. यह अपेक्षाकृत पुरानी इमारत है, जिसे हाल के दिनों में खाली कराया गया था. उन्होंने कहा कि अस्पताल की अन्य इमारतों को भी बड़ा नुकसान पहुंचा है. सभी मरीज और सभी कर्मचारी बंकर में थे. हमले में कई लोगों के हल्की चोटों आई हैं, जिनमें से ज़्यादातर विस्फोट के शॉकवेव से घायल हुए हैं.
इजरायल ने दी खामेनेई के खात्मे की धमकी
ईरान द्वारा सोरोका अस्पताल पर मिसाइल दागने के बाद इजरायली रक्षा मंत्री ने तेहरान पर नए तरीके हमले करने का ऐलान किया है. साथ ही उन्होंने ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के खात्मे की खुली चेतावनी दी है. इससे पहले इजरायली पीएम ने भी ईरान को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी.
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