तीन नए मार्गो पर चलेंगे ऑटो रिक्शा, शहरभर में चल रहे 35 हजार ऑटो रिक्शा

तीन नए मार्गो पर चलेंगे ऑटो रिक्शा, शहरभर में चल रहे 35 हजार ऑटो रिक्शा

जयपुर। जेडीसी आनंदी की अध्यक्षता में गुरुवार को जेडीए के मंथन सभागार में ट्रेफिक कन्ट्रोल बोर्ड की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में विभिन्न एजेण्डों पर विचार-विमर्श कर निर्णय लिए गए। शहर के मुख्य मार्गों पर यातायात के सुगम संचालन में टोंक रोड, जवाहर लाल नेहरू मार्ग, सांगानेर, मध्यम मार्ग मानसरोवर, अजमेर रोड, एमआई रोड, झोटवाडा रोड, सीकर रोड, दिल्ली रोड, चारदीवारी आदि स्थानों पर अतिक्रमण हटाने के लिए संयुक्त अभियान चलाया जाएगा।

बैठक में एडिशनल कमिश्नर (यातायात), सचिव जेडीए, डीसीपी ट्रेफिक, जेडीए के अभियांत्रिकी निदेशक-प्रथम एवं द्वितीय, निदेषक आयोजना, अतिरिक्त मुख्य अभियंता - सदस्य सचिव टीसीबी, मुख्य सतर्कता अधिकारी नगर निगम ग्रेटर एवं हैरिटेज, राजस्थान आवासन मण्डल, मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन, स्मार्टसिटी, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी परिवहन विभाग, पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई, जेएमआरसी, नगर निगम ग्रेटर एवं हैरिटेज, रीको के अधिकारी एवं मुस्कान एनजीओ के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

बैठक में विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र में ट्रैफिक सिग्नल लाइट पर ही यातायात व्यवस्था के सुगम संचालन के लिए यातायात पुलिस कर्मी तैनात करने के निर्देश प्रदान किए गए। त्रिवेणी नगर आरओबी से गुर्जर की थड़ी के पास गोपालपुरा बाइपास पर एलिवेटेड रोड निर्माण की जीएडी का अनुमोदन पीडब्ल्यूसी की बैठक में किया गया, उसका अनुमोदन टीसीबी द्वारा भी किया गया। बीलवा चौराहे से खोले के हनुमान जी मंदिर तक और महापुरा से जीवन रेखा अस्पताल एवं सरना डूंगरी औद्योगिक क्षेत्र से मानसरोवर मेट्रो स्टेशन तक टेम्पो 8- 10 सीटर चौपहिया वाहनों के नवीन मार्ग खोले जाने एवं स्कोप निर्धारण का प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।

पुरानी चुंगी नाका से प्रस्तावित हीरापुरा बस टर्मिनल तक, आगरा रोड घाट की घूणी से 52 फीट हनुमान जी तक, रामगढ़ मोड से आमेर घाटी दिल्ली रोड पर, मैट्रो स्टेशन मानसरोवर से 200 फीट बाइपास अजमेर रोड पर एवं जयपुर शहर के ओवर ब्रिज- भारत जोड़ो सेतु, अजमेर पुलिया, टोंक रोड पुलिया, गोपालपुरा पुलिया, दुर्गापुरा पुलिया, सांगानेर पुलिया पर जयपुर शहर के ई-रिक्शा या ई-कार्ट संचालन को प्रतिबंधित किए जाने का अनुमोदन किया गया। सुगम यातायात के लिए ई-रिक्शा या ई-कार्ट चालकों को दस दिवस की ट्रेनिंग दिये जाने के निर्देश दिए।

जयपुर शहर के उपरोक्त सभी मार्गों पर (जिन पर ई-रिक्शा या ई-कार्ट को प्रतिबंधित किया गया है) पर्याप्त संख्या में मिनी बस, टैम्पों 08 से 10 सीटर एवं ऑटो रिक्शा उपलब्ध है। जिससे शहर में यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जानें के लिए कोई असुविधा नहीं होगी। जयपुर नगर निगम सीमा क्षेत्र में वर्तमान में एलपीजी, सीएनजी, डीजल चलित वाहनों के लिए 35000 वाहनों (ऑटोरिक्शा) का स्कोप निर्धारण किया हुआ है। जयपुर नगर निगम क्षेत्र में विस्तार, बढ़ती जनसंख्या, बेरोजगारी, साधनों की कमी, पर्यटकों के लिए सुरक्षित व सस्ता साधन इत्यादि को दृष्टिगत रखते रखकर इनकी सीमा को 40000 किया गया है।

यातायात की सुगम संचालन के लिए शनि मंदिर एमआई रोड, किरण पैलेस अजमेर रोड, 200 फीट चौराहा अजमेर रोड, सीकर रोड और विद्याधर नगर से पानीपेच तक अमानीशाह नाला रोड, नारायण सिंह सर्किल तिराहा, दिल्ली रोड बजरी मंडी पर यातायात सुधारीकरण कार्य के लिए मंजूरी दी गई। यातायात अनुशासन एवं शहरी सौंदयिकरण के लिए रामबाग चौराहे पर ट्रैफिक पोल इलूमिनेशन का प्रायोगिक परीक्षण किया गया है जिसमें ट्रैफिक सिग्नल के साथ ट्रैफिक पोल भी उसी रंग की लाईट में दिखाई देने से वाहन चालकों को दूर से ही सिग्नल नजर आने से यातायात अनुशासित हुआ है। इसे अन्य चौराहों और तिराहों पर लगवाये जाने की मंजूरी दी गई।

मल्टी लेवल पार्किंग के लिए जेडीए-निगम तलाशेंगे भूमि
बैठक में मल्टी लेवल पार्किंग के लिए भूमि चिन्ह्ति करने के लिए जेडीए एवं नगर निगम को निर्देश दिए। अजमेर रोड स्थित हीरापुरा बस टर्मिनल से बसों का संचालन शीघ्र करवाये जाने के लिए क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, जयपुर को निर्देश दिए। राष्ट्रीय राजमार्ग 52 पर गोनेर पुलिया कोटा से जयपुर आने वाले वाहनों के लिए कमला नेहरू पुलिया की तर्ज पर ओवरब्रिज बनाए जाने के लिए एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिए है।

भास्कर पुलिया एवं ओटीएस चौराहे के मध्य पुलिया की चौडाई बढाए जाने, ओटीएस चौराहे से के.वी.-3 तिराहा के मध्य, अंबाबाडी तिराह से अंबाबाडी सर्किल तक, खातीपुरा पुलिया से लता सर्किल तक, दूध मंडी से संजय सर्किल तक एवं मालवीय नगर पुलिया पर रोड मीडियन की ऊॅचाई बढाने के निर्देश दिए है। जेडीए द्वारा आगरा रोड पर सीजर यार्ड के लिए खसरा नम्बर 1288, 1292, 1293 रकबा 2000 वर्गमीटर भूमि चिन्हित की जा चुकी है। जिसका एल.पी.सी. की बैठक में निर्णय लिया जा चुका है। प्रादेषिक परिवहन अधिकारी द्वारा एमओयू किया जाना है। ई-रिक्शा द्वारा क्यूआर कोड का उल्लघंन कर एक जोन से दूसरे जोन में जाने की स्थिति में पेन्ल्टी के लिए 5000 प्रशमन राशि लगाने का प्रावधान है।

 

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