हास्यासन एक चिकित्सा व सुखद जीवनशैली: डॉ बृजेश

हास्यासन एक चिकित्सा व सुखद जीवनशैली: डॉ बृजेश

लखनऊ। विज्ञान कहता है,हंसी एक स्वास्थ्य जीवनशैली का हिस्सा और मनोवैज्ञानिक चिकित्सा विधि है हंसी से हृदय और सर्कुलेशन में सुधार होता है,धमनियां काफी हद तक विस्तारित होने लगती है, शरीर के चारों ओर ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ जाता है,और नींद की समस्या का समाधान होता है,दिल के दौरे या स्ट्रोक में कमी आती हैं। हजारों वर्षों से ये कहा जाता है कि हंसी एक बहुत अच्छी दवा है। हंसी हमारे न्यूरोलॉजिकल, शारीरिक, भावनात्मक,संज्ञानात्मक और सामाजिक स्वास्थ्य और खुशहाली में कई तरह से मदद करती है। ये जानकारी डॉ बृजेश कश्यप (पीएचडी) आयुष विंग, योग वैलनेस इंचार्ज ने दी।

उन्होने बताया कि 2023 में यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी में प्रस्तुत उनके अध्ययन से पता चला कि हृदय रोग से पीड़ित लोग जो नियमित रूप से कॉमेडी शो देखते थे, उनके हृदय और संचार प्रणाली को गंभीर शो देखने वालों की तुलना में लाभ हुआ था।

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1)तनाव कम होता है:
हंसने से एंडोर्फिन हार्मोन निकलता है, जो तनाव, चिंता और अवसाद को कम करने में मदद करता है. 
2)रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है:
हंसने से प्रतिरक्षा कोशिकाएं और एंटीबॉडीज़ बढ़ते हैं, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. 
3)हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है:
हंसने से हृदय गति और रक्तचाप कम होता है, और यह बेहतर रक्त परिसंचरण में मदद करता है. 
4)मांसपेशियों का तनाव कम होता है:
हंसने से मांसपेशियों का तनाव कम होता है, जिससे आपको दर्द से राहत मिल सकती है. 
5)नींद बेहतर होती है:
हंसने से शरीर में मेलानिन हार्मोन का उत्पादन बढ़ता है, जो आपको अच्छी नींद लाने में मदद करता है. 
6)पाचन क्रिया बेहतर होती है:
हँसी पेट की मांसपेशियों को उत्तेजित करती है, जिससे पाचन क्रिया बेहतर होती है. 
7) हंसमुख और प्रभावशाली चेहरा  होता है:
हमारे चेहरे पे बहुत सारे मसल्स होते है जो कि हसने से उनके भीतर रक्तसंचर होता है और व्यक्ति का चेहरा ज्यादा आकर्षक और प्रभावशाली होता है,

  मानसिक लाभ:
1)चिंता और अवसाद कम होता है:
हंसने से तनाव हार्मोन कोर्टिसोल कम होता है, जिससे चिंता और अवसाद के लक्षण कम होते हैं. 
2)मूड बेहतर होता है:
हंसने से एंडोर्फिन और सेरोटोनिन जैसे हार्मोन निकलते हैं, जो मूड को बेहतर बनाते हैं और खुशी की भावना पैदा करते हैं. 
3)याददाश्त बेहतर होती है:
हंसने से दिमाग में खून का संचार बेहतर होता है, जो याददाश्त को बेहतर बनाने में मदद करता है. 
4)सामाजिक संबंध बेहतर होते हैं:
हंसने से सामाजिक संबंध बेहतर होते हैं और लोगों के साथ संबंध मजबूत होते हैं. 
5)आत्मविश्वास बढ़ता है:
हंसने से आप दूसरे व्यक्ति से जल्दी जुड़ते है,आत्मविश्वास बढ़ता है और आप अपनी जीवनशैली में सकारात्मकता लाते हैं. 

सावधानियां:
1) छत पर अकेले हंसने से बचे:
जब आप अकेले हस्ते है और हसने की आवाज लोग सुनते है तो वो आपके प्रति गलत धारण का निर्माण कर सकते है,
2) अपनी हंसी को सकारात्मक रखें:
दूसरों के मजाक पर हँसने से बचें, क्योंकि इससे दूसरों को नुकसान पहुंच सकता है। 
3) ज्यादातर हंसने से बचें:
अगर आप बहुत ज्यादा या पेट पकड़कर जोरदार तरीके से हंसते हैं, तो सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। इस स्थिति में कमजोर शरीर वाले लोगों को हार्ट अटैक या सांस रूकने की समस्या हो सकती है।

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