10 लाख की चरस के साथ दो को दबोचा
नेपाल की जेल से चला रहे गैंग
लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने लखनऊ में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर चरस तस्करी करने वाले 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 1.54 किलो चरस बरामद हुई है। इसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत 10 लाख रुपए है।एसटीएफ गिरोह के अन्य सदस्यों के विषय में जानकारी जुटा रही है। यह लोग नेपाल से चरस लाकर यूपी के जिलों में बेचते थे। यह गिरोह नेपाल की जेल में बंद आरोपी के पिता नेपाल के तस्कर की मदद से चला रहा है।
एसटीएफ के पुलिस उपाधिक्षक प्रमेश कुमार शुक्ल ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर अन्तर्राष्ट्रीय चरस तस्कर गोरखपुर के खजनी रकौली निवासी मनीष तिवारी और बिहार सारन के मढौरा निवासी सुधीर पांडेय को पकड़ा गया है। यह लोग चरस लेकर कानपुर से लखनऊ आए थे। यहां से गोरखपुर होते हुए नेपाल जाते। उससे पहले मुखबिर की सूचना पर विभूतिखंड स्थित विराज टावर के पास से पकड़ लिया गया।
पूछताछ में तस्कर मनीष त्रिपाठी ने बताया कि उसके पिता संतोष ढाई सालों से नेपाल के वीरगंज जेल में एक एक्सीडेंट के मामले में बंद हैं। जहां सुधीर पांडेय भी दो साल तक उनके साथ बंद रहा। जहां से इन लोगों का नेपाल वीरगंज निवासी संजीत शाह चरस तस्कर से पहचान हो गई। पिता संतोष तिवारी के कहने पर सुधीर के जेल से छूटने के बाद उसके साथ मिलकर चरस की तस्करी करने लगा।
सुधीर ने बताया कि वह मनीष त्रिपाठी के साथ कानपुर नौबस्ता से संजीत शाह के निर्देश पर चरस लेने गया था। जहां पैसा न होने पर पूरी डील नहीं हो सकी और केवल 1.54 किलो चरस लेकर ही निकल लिया। जिसको गोरखपुर में हरियाणा रोहतक के रहने वाले बलजीत उर्फ ताऊ के लड़कों को देना था। आरोपियों के खिलाफ विभूतिखंड थाने में मामला दर्ज किया गया है। एसटीएफ की टीम गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है।
टिप्पणियां