फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, एक बांग्लादेशी सहित तीन गिरफ्तार
जयपुर: आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) राजस्थान ने कार्रवाई करते हुए फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह का भांडाफोड़ कर राजस्थान में निवास कर रहे बांग्लादेशी नागरिक व उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) एवं स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) राजस्थान जयपुर वी.के. सिंह ने बताया कि राज्य विशेष शाखा राजस्थान जयपुर ने कार्रवाई करते हुए जैसलमेर में अवैध रूप से निवासरत बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद मेहम्मूद आलम टूलू उर्फ किशोर कुमार निवासी बांग्लादेश हाल जैसलमेर तथा भारतीय फर्जी दस्तावेज बनाने के सहयोगी परमानन्द भेरवानी उर्फ नन्दू निवासी जवाहर नगर जयपुर व दीपक यादव निवासी बहरोड़ जिला कोटपूतली बहरोड हाल करणी विहार जयपुर को गिरफ्तार किया गया। जहां सभी आरोपितों को न्यायालय में पेश कर पूछताछ के लिए पांच दिन का पुलिस कस्टडी रिमांड लिया जा रहा है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एटीएस ने बताया कि इस टीम के द्वारा बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद मेहम्मूद आलम टूलू उर्फ किशोर कुमार व उसके फर्जी दस्तावेज बनाने में सहयोगी भारतीय नागरिक परमानन्द भेरवानी उर्फ नन्दू व दीपक यादव के विरूद्ध भारतीय दण्ड संहिता व धारा 14 विदेशी विषयक अधिनियम 1946 एवं धारा 12 पासपोर्ट अधिनियम 1967 पुलिस थाना एसओजी राजस्थान जयपुर में पंजीबद्ध किया गया।
जांच में सामने आया है कि बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद मेहम्मूद आलम टूलू बचपन में काम करने के उद्देश्य से पाकिस्तान गया था। वहां पर उसने पाकिस्तानी महिला से शादी की और पुनः कोरोना काल के दौरान अपनी जायदाद को संभालने के लिए बांग्लादेश आया, जहां से उसने बांग्लादेशी पासपोर्ट व वीजा से भारतीय सीमा में प्रवेश किया व यहां पर फर्जी नाम बताकर दिल्ली, अमृतसर व राजस्थान में रहने लगा तथा होटलों में काम किया। इसी दौरान आरोपित परमानन्द भेरवानी उर्फ नन्दू व दीपक यादव से जयपुर में आकर फर्जी दस्तावेज के आधार पर वोटर आईडी कार्ड व आधार कार्ड को बनवाया व भारत-पाकिस्तान सीमा के नजदीक जैसलमेर में रहकर होटलों में काम किया। बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद मेहम्मूद आलम टूलू से भारत में आने, सीमावर्ती जिलों में रहकर काम करने के उद्देश्य के बारे में जांच पड़ताल किया जा रहा है।
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