मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा न कहा रत्न-आभूषण उद्योग हमारी सांस्कृतिक,ऐतिहासिक धरोहर 

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा न कहा रत्न-आभूषण उद्योग हमारी सांस्कृतिक,ऐतिहासिक धरोहर 

जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि जयपुर का रत्न और आभूषण उद्योग हमारी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का अभिन्न अंग है। राज्य सरकार इस उद्योग को हर संभव सहायता और प्रोत्साहन प्रदान कर सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जयपुर की कुंदन और मीनाकारी कला दुनियाभर में अपनी धाक जमा रही है। विश्व में पाए जाने वाले ज्यादातर रंगीन रत्नों का व्यापार जयपुर से होकर ही गुजरता है। इसलिए हम जयपुर को ’विश्व की रत्न राजधानी’ की उपाधि दे सकते हैं।

शर्मा शनिवार रात सीतापुरा स्थित जेईसीसी में ज्वैलर्स एसोसिएशन जयपुर द्वारा आयोजित ज्वैलर्स एसोसिएशन शो-2025 के दूसरे दिन ज्वैलरी एमिनेंस अवार्ड्स समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जयपुर विश्व के सबसे बड़े रत्न बाजारों में से एक है। यहां के कारीगर रत्नों को तराशने और उनकी गुणवत्ता को विश्वस्तरीय बनाने में माहिर हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को इस क्षेत्र में कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर उनके लिए संभावनाओं के नए द्वार खोले जा सकते हैं। श्री शर्मा ने कहा कि रत्न एवं आभूषण उद्योग में महिलाओं की भागीदारी बढ़नी चाहिए, जिससे इस क्षेत्र का और अधिक विस्तार होगा और हमारी माताएं-बहनें आत्मनिर्भर बन सकेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारा देश हरेक क्षेत्र में तेज गति से विकास कर रहा है और इस शो के माध्यम से देश का ज्वैलरी क्षेत्र भी देश के विकास के साथ कदम ताल मिला रहा है। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय ने इस वर्ष जेएएस में भाग लेने वाले 60 प्रदर्शकों को अनुदान स्वीकृत किया है, जो केंद्र सरकार के इस उद्योग के प्रति विश्वास और समर्थन का प्रतीक है।

शर्मा ने कहा कि राजस्थान में औद्योगिक क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। राज्य सरकार द्वारा आयोजित राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में 35 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश एमओयू हुए हैं। उन्होंनेे कहा कि हमने रत्न और आभूषण उद्योग को भी नई ऊंचाइयां देने के लिए कई कदम उठाए हैं। सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र में जेम्स और ज्वैलरी उद्योगों के लिए दो विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) विकसित किए गए हैं, जो इस उद्योग को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, सीतापुरा में निर्यात संवर्धन औद्योगिक पार्क में 39 एकड़ भूमि पर जेम्स एंड ज्वैलरी जोन की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल ज्वैलरी पर आधारित उद्योगों के लिए सिरोही के बडगांव औद्योगिक क्षेत्र में करीब 15 हेक्टेयर भूमि पर एक जोन विकसित किया गया है, जिसमें 143 भूखंड इमिटेशन ज्वैलरी के लिए नियोजित किए गए हैं। श्री शर्मा ने कहा कि सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र में जेम बोर्स की स्थापना के लिए करीब 44 हजार वर्ग मीटर भूमि आवंटित की गई है।

शर्मा ने कहा कि ज्वैलर्स एसोसिएशन जयपुर देश का पुराना और प्रतिष्ठित रत्न एवं आभूषण व्यापार संगठन है। यह पिछली एक सदी से इस व्यवसाय को संगठित और सशक्त बनाने के साथ ही हमारी समृद्ध आभूषण कला को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इनके द्वारा आयोजित ज्वैलर्स एसोसिएशन शो जयपुर की वैश्विक पहचान को और सशक्त करने वाला मंच है।मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रत्न और आभूषण क्षेत्र की विभिन्न श्रेणियों में विजेताओं को पुरस्कृत किया।

इस अवसर पर ज्वैलर्स एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष आलोक सौंखिया, उपाध्यक्ष राजू मंगोड़ीवाला सहित बड़ी संख्या में रत्न एवं आभूषण व्यवसाय से जुड़े लोग उपस्थित रहे।

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