रेलवे कर्मचारियों ने सीनियर डीसीएम के खिलाफ किया प्रदर्शन
गलत ढंग से ट्रांसफर करने के आरोप
- आरोप दिव्यांग और गर्भवतियों के समस्याओं को करते हैं नजरअंदाज
लखनऊ। उत्तर रेलवे के मुख्यालय पर सीनियर डीसीएम के खिलाफ नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की है। 'सीनियर डीसीएम मुर्दाबाद', 'नहीं चलेगी तानाशाही' और 'अफसरशाही मुर्दाबाद' नारे लगाए गए। कर्मचारियों ने करीब आधे घंटे तक सीनियर डीसीएम के कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने मौके पर कर्मचारी एकता के नारे लगाए हैं।
कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि उत्तर रेलवे में रेलवे के अधिकारी तानाशाही कर रहे हैं। इसके कारण कर्मचारी परेशान हैं। उनका कहना है कि अगर उनकी मांग पर कोई सुनवाई नहीं हुई, तो उत्तर रेलवे के सभी केंद्रों पर प्रदर्शन को और तेज किया जाएगा। अगर काम प्रभावित होता है तो इसके लिए रेलवे के अधिकारी जिम्मेदार होंगे।
मंडल मंत्री आरके पाण्डेय ने कहा कि हमें अपने अधिकारों के बारे में जानना होगा व जागरूकता लानी होगी। गलत ढंग से कर्मचारियों के ट्रांसफर किए गए हैं। संवेदनशील काम करने वाले कर्मचारियों का चार साल में ट्रांसफर होता है। वाणिज्य और सिग्नल टेलिकॉम विभाग में बहुत से कर्मचारी, जिनका पिछले साल ट्रांसफर हुआ था फिर से उनका तबादला कर दिया गया है।
अधिकारियों ने नियमों का उल्लंघन किया है। दिव्यांग, बीमार और गर्भवती कर्मचारियों की प्राथमिकता को भी नहीं देखा गया है। 80 कर्मचारियों का उत्तर रेलवे लखनऊ से ट्रांसफर किया गया है। इन कर्मचारियों से जबरदस्ती स्टेशन भी छुड़वा दिया गया। उनका कहना है अगर कर्मचारियों की बात को नहीं सुना गया तो पूरे उत्तर रेलवे में बड़ा धरना प्रदर्शन यूनियन की तरफ से किया जाएगा।
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