अमृतसर जहरीली शराब कांड में 17 की मौत

 डीएसपी और एसएचओ निलंबित

अमृतसर जहरीली शराब कांड में 17 की मौत

  • मृतकों के आश्रितों को 10-10 लाख की आर्थिक सहायता देगी सरकार

चंडीगढ़। पंजाब के अमृतसर जिले के मजीठा में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 17 पहुंच गई है, जबकि चार लोगों की हालत गंभीर है। राज्य सरकार न डीएसपी और मजीठा थाने के प्रभारी को निलंबित कर दिया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सभी मृतकों के आश्रितों को 10-10 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। अमृतसर जिले के मजीठा में सोमवार रात हुए जहरीली शराब कांड की चपेट में अब तक भंगाली कलां, बुराड़ी कलां, पातालपुरी थ्रिएवाल, तलवंडी खुम्मन और करनाला के लोग चपेट में आ चुके हैं।

मंगलवार सुबह यहां मरने वालों की संख्या जहां 14 थी वहीं शाम तक तीन अन्य व्यक्तियों की मृत्यु के साथ मरने वालों की संख्या 17 तक पहुंच चुकी है। इस मामले में अब तक 10 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। मुख्यमंत्री मान के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक ने मजीठा थाना प्रभारी अवतार सिंह ओर डीएसपी अमोलक सिंह को निलंबित कर दिया है। इस हादसे में सबसे अधिक पांच लोगों की मौत मराड़ी कलां में हुई है।

मृतकों में मराड़ी कलां निवासी मेजर सिंह, परमजीत सिंह, सतबीर सिंह, सुखविंदर सिंह, सर्बजीत सिंह, के अलावा गांव पातालपुरी निवासी रोमी, गंजू राम, थ्रिएवाल निवासी करनैल सिंह, अजीत सिंह, जोगिंदर सिंह तथा भंगाली कलां निवासी इकबाल सिंह, रमनदीप सिंह, रोबनजीत सिंह, बलबीर सिंह, राजा, अमरपाल सिंह तथा काका सिंह के रूप में हुई है। जिन आठ लोगों का अमृतसर के अस्पताल में इलाज चल रहा है उसमें काला सिंह, तरसेम सिंह, जसपाल सिंह, गुलजार सिंह, केवल सिंह, रमन शर्मा, नाथूराम और गगन के रूप में हुई है।

मुख्यमंत्री मान ने कहा कि यह मौत नहीं बल्कि मर्डर है। अब तक इस मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। शराब सप्लाई की चेन का पता लगाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मृतकों के आश्रितों को 10-10 लाख की आर्थिक मदद के अलावा बच्चों की पढ़ाई भी करवाई जाएगी लेकिन कई परिवारों में बच्चे छोटे हैं। ऐसे में उनके परिवार में कोई बेटी या अन्य पारिवारिक सदस्य जो नौकरी के काबिल है उसको नौकरी भी दी जाएगी।

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