नवाब की दादी जब पड़ीं बीमार, मांगी दुआ और मेला शुरू...!
जेठ माह के पहले बड़े मंगल पर हनुमान मंदिरों में लगा भक्तों का रेला
- योगी और दोनों डिप्टी ने सोशल मीडिया पर दी बधाई, स्वतंत्र देव पहुंचे मंदिर
- 400 से अधिक भंडारे पंजीकृत, नगर निगम, पुलिस व प्रशासन मुस्तैद
लखनऊ। राजधानी में पहले बड़ा मंगल के अवसर पर भक्ति, भजन-कीर्तन और भंडारे का जो अनवरत सिलसिला सूर्य की पहली किरण के साथ शुरू हुआ, वो देर शाम तक शहर भर के सभी प्रमुख सार्वजनिक स्थलों और चौक-चौराहों से लेकर गली-मोहल्लों और कॉलोनियों तक में दिखा। ऐसे में खासकर अलीगंज से हजरतगंज और अमीनाबाद से विश्वविद्यालय मार्ग तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु हनुमान मंदिरों में पूजा-अर्चना और भगवान का दर्शन करने पहुंचे।
सीएम योगी ने जेठ के पहले बड़े मंगल के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए सोशल मीडिया मंच पर पोस्ट कर कहा कि संकटमोचक, अतुलित बल के स्वामी केसरीनंदन सभी को साहस, भक्ति और आरोग्यता का आशीर्वाद प्रदान करें, यही प्रार्थना है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने भी इस अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। लोक मान्यता है कि बडेÞ मंगल के दिन ही भगवान हनुमान का पहली बार श्रीराम से मिलन हुआ था। इस साल बड़ा मंगल उत्सव 13 मई से शुरू होकर पांच मंगलवार तक मनाया जाएगा।
अलीगंज स्थित हनुमान मंदिर अपने ऐतिहासिक महत्व के कारण श्रद्धालुओं के बीच लोकप्रिय धार्मिक स्थल है। लखनऊ जिला प्रशासन की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, कई किंवदंतियां में से एक में कहा जाता है कि नवाब वाजिद अली शाह की दादी आलिया बेगम बहुत बीमार पड़ गई थीं और इससे निजात पाने के लिये उन्होंने मंदिर में दुआ मांगी थी, ठीक होने के बाद उन्होंने यहां बहुत बड़ा उत्सव मनाया, लाखों की खैरात बांटी, और तभी से बड़े मंगल मेले की परम्परा चालू हो गई।
लखनऊ नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी प्रांजल दीक्षित ने बताया कि लखनऊ में विभिन्न संगठनों द्वारा 400 से अधिक भंडारे आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी हनुमान सेतु मंंदिर पहुंचे और पूजन-अर्चन किया। पहले बड़े मंगल पर शहर के कोने-कोने में हनुमान चालीसा, सुंदरकाण्ड पाठ और हनुमत आराधना के लिए भक्ति गीतों की गूंज सुनाई पड़ी। भण्डारों में पूड़ी सब्जी, कढ़ी चावल व बूंदी का प्रसाद वितरण हो रहा है।
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