लोहिया संस्थान में मनाया विश्व ऑर्थोडॉन्टिस्ट दिवस
दंत विभाग की टीम द्वारा नुक्कड़ नाटक व पोस्टर प्रदर्शनी का हुआ आयोजन
- ऑर्थोडॉन्टिक उपचार केवल सुंदर मुस्कान ही नहीं,बल्कि संपूर्ण मुख स्वास्थ्य जरूरी: डॉ.शैली
लखनऊ। ऑर्थोडॉन्टिक उपचार केवल सुंदर मुस्कान ही नहीं,बल्कि संपूर्ण मुख स्वास्थ्य और आत्मविश्वास के लिए आवश्यक है। बच्चों की पहली जांच सात वर्ष की आयु तक हो जानी चाहिए, जिससे कई समस्याएं समय रहते रोकी जा सकती हैं। ये बातें विभागाध्यक्ष डेंटल एवं ऑर्थोडॉन्टिक्स विशेषज्ञ,डॉ.शैली महाजन ने कही।
गुरूवार को डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के दंत विभाग द्वारा विश्व ऑर्थोडॉन्टिस्ट दिवस को बड़े उत्साह और जनजागरूकता के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन संस्थान के निदेशक प्रो. डॉ. सी.एम. सिंह के मार्गदर्शन में किया गया।
इस दौरान दंत विभाग की टीम द्वारा नुक्कड़ नाटक,पोस्टर प्रदर्शनी,और जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया,जो विभाग और अस्पताल की ओपीडी परिसर में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य आम लोगों को ऑर्थोडॉन्टिक समस्याओं की समय रहते पहचान और समय पर विशेषज्ञ से उपचार करवाने के महत्व के बारे में जागरूक करना था। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जनता को आकर्षक और प्रभावशाली तरीके से जागरूक किया गया,जिसमें डॉ शैली महाजन, डॉ ऋषभ, डॉ.दीक्षा, डॉ. कार्तिक और डॉ. रागिनी ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी।
उनकी टीम ने ऑर्थोडॉन्टिक अनदेखी के परिणामों को सहज भाषा में पेश कर लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया। वहीं, डॉ. श्वेता मेहता, डॉ. प्रियम्वदा, डॉ. प्रियम, डॉ. विकास डॉ. रुशी और श्रवण ने पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से विभिन्न ऑर्थोडॉन्टिक समस्याओं, उपचार विकल्पों और सही समय पर हस्तक्षेप की जानकारी दी। उन्होंने मरीजों और परिजनों की जिज्ञासाओं का उत्तर भी सरल भाषा में देकर उन्हें जागरूक किया।
डॉ. सी. एम. सिंह, निदेशक, ने दंत विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “इस प्रकार के जन-जागरूकता कार्यक्रम समाज के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं और यह प्रयास वास्तव में सराहनीय है।
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