बरसात में खुली घटिया निर्माण की पोल,अफसर बने अनजान!

सरोजनी नगर ब्लॉक परिसर में मेंटेनेंस के नाम पर भारी बजट हुआ खर्च

बरसात में खुली घटिया निर्माण की पोल,अफसर बने अनजान!

  • सीडीओ ने लिया संज्ञान, बीडीओ बोले अकाउंटेंट ही सही जानकारी देंगे

सरोजनी नगर, लखनऊ। राजधानी मुख्यालय से सटे सरोजनी नगर ब्लॉक परिसर में कराए गए कार्यों की पोल बरसात में खुल गई। यहां पर मेंटेनेंस के नाम पर भारी-भरकम बजट तो खर्च हो गया लेकिन बारिश के पानी को नहीं रोका जा सका। सभागार को सजाने के लिए छत में सीलिंग लगा दिया गया ताकि सभी ब्लॉकों से यह सबसे सुंदर दिखे लेकिन बरसात ने गुणवत्ताहीन निर्माण की पोल खोल दी और ब्लाक अधिकारियों को भी कटघरे में खड़ा कर दिया। अंदर और बाहर जर्जर दीवारों को प्लास्टर से ढक दिया गया ताकि यह नया जैसा निर्माण लगे।

इतना ही नहीं खूबसूरत दीवारें लगे इसके लिए महंगी पेंटिंग का भी इस्तेमाल किया गया, मगर इस बीच यह भूल गए कि चाहे जितना दीवारों को खूबसूरत बना दिया जाए लेकिन जब तक नींव और छत नहीं मजबूत होगी, तब तक सब बेकार है। आलम यह है कि बारिश में पुरानी और जर्जर हो चुकी छत से पानी सभागार के अंदर भर गया और यह जानकारी जैसे ही खंड विकास अधिकारी और अकाउंटेंट अजीत कुमार को हुई देर न करते हुए तत्काल आधा दर्जन से अधिक सफाई कर्मियों को बुलाकर सभागार जो तालाब में तब्दील हो चुका था उसका पानी निकलवाया।

वहीं सूत्र बताते हैं कि किसी को जानकारी न हो जाए इसके लिए मेन गेट को बंद कर दिया गया। लगभग डेढ़ से 2 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद सफाई कर्मियों ने पानी को बाहर निकाला। वही खंड विकास अधिकारी सरोजनी नगर से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है अकाउंटेंट अजीत कुमार से बात करिए वही सही जानकारी देंगे।


आनन-फानन में मसाला भरवा कर बना दी नई छत...!

भ्रष्टाचार की परत को ढकने के लिए जिम्मेदार लोगों ने राजगीरी मिस्त्री और मजदूरों को बुलाकर जर्जर छत के ऊपर मसाला भरवा कर ऊपर से सीमेंट का घोल चढ़कर कर छत को भी नया बना दिया है ताकि देखने में ऐसा लगे की छत भी नहीं पड़ गई है।

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एडीओ पंचायत का शौचालय देखने लायक नहीं है और दीवारों को चमकाया जा रहा है इंसान तो दूर जानवर भी जाना पसंद नहीं करेगा शौचालय में गंदगी वअव्यवस्थाओं की तस्वीरें तो खूब देखी होंगी लेकिन कुत्ते आराम फरमा रहे हो शायद ही कहीं देखा हो सरकारी महकमे के अफसरों के सामने स्वच्छता मिशन की धज्जियां उड़ रही हैं लेकिन ना जाने कौन सा चश्म पहन कर देखते हैं जिसमें सब कुछ अच्छा दिखता है।

क्या बोले मुख्य विकास अधिकारी...!

मेरे संज्ञान में मामला नहीं है मुझे इस विषय में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है मौखिक तौर पर मैं नहीं बता सकता हूं खंड विकास अधिकारी से बात करिए वही बताएंगे।

अजय जैन, सीडीओ लखनऊ जनपद

 

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