शिमला में तुर्की से सेब आयात पर प्रतिबंध लगाने की मांग
पीयूष गोयल को सौंपा ज्ञापन
शिमला । हिमालयन एप्पल ग्रोअर्स सोसायटी के बैनर तले सेब उत्पादकों के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात कर तुर्की से हो रहे सेब आयात पर गहरी चिंता जताई और इस पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में कहा कि तुर्की से भारी मात्रा में आ रहा सस्ता और सब्सिडी वाला सेब भारतीय बाजार में देशी उत्पादकों के लिए नुकसानदेह साबित हो रहा है। बागवानों को उनकी फसल का लागत मूल्य तक नहीं मिल पा रहा जिससे हजारों किसान आर्थिक संकट में फंसते जा रहे हैं।
प्रतिनिधिमंडल ने यह भी रेखांकित किया कि तुर्की न सिर्फ भारत में आतंकवाद को समर्थन देने वाले देश पाकिस्तान का रक्षा साझेदार है, बल्कि उसे सैन्य सहायता भी देता है। ऐसे में ऐसे देश से व्यापार करना न केवल देश की आर्थिकी, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से भी खतरनाक है।
बागवानों ने केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया कि तुर्की से सेब के आयात पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाए, साथ ही अन्य देशों से हो रहे सेब आयात पर न्यूनतम आयात मूल्य की सीमा बढ़ाई जाए ताकि घरेलू बागवानों को संरक्षण मिल सके।
प्रतिनिधिमंडल ने यह भी मांग की कि सेब के आयात पर गुणवत्ता और पादप स्वच्छता से जुड़े मानकों को सख्ती से लागू किया जाए, जिससे किसी प्रकार के रोग या विषाणु भारतीय फसलों में प्रवेश न कर सकें।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि सेब केवल एक फसल नहीं बल्कि पहाड़ी राज्यों की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और लाखों किसानों की आजीविका इससे जुड़ी हुई है। यह मुद्दा सिर्फ व्यापार का नहीं बल्कि किसानों की गरिमा, आत्मनिर्भरता और आत्मनिर्भर भारत के स्वाभिमान से भी जुड़ा हुआ है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुना और उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
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