ऑपरेशन सिंदूर पर दुनिया को ब्रीफ करेंगे भारतीय सांसद
10 दिन में 30 एमपी बताएंगे पड़ोसी की करतूत
- जयराम रमेश बोले- कांग्रेस केंद्र सरकार के साथ
नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब भारत के सांसद दुनियाभर में पाकिस्तान को बेनकाब करेंगे। भारत सरकार ने पाकिस्तान की करतूत दुनियाभर के सामने उजागर करने के लिए अगले सप्ताह सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को अलग-अलग देशों की यात्रा के लिए भेजने का फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि कम से कम 30 सांसदों को 10 दिन के लिए अलग-अलग देशों की यात्रा पर भेजा जाएगा। इसे लेकर सरकार ने विपक्ष सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसदों से बात की है। कुछ दलों ने अपने सांसदों को भेजने की मंजूरी भी दे दी है।
दरअसल, पाकिस्तान पहलगाम से लेकर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान लगातार झूठ बोलता रहा है। वह दुनिया को तथ्यों से अलग जाकर एक नैरेटिव सेट करने के लिए मनगढ़ंत कहानी बताता रहा है। पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई बड़ा समर्थन नहीं मिला है, लेकिन चीन और तुर्किये जैसे देशों के उसके साथ आ जाने से उसे एक सहारा मिल गया है। भारत पाकिस्तान की इस कोशिश को बेनकाब करना चाहता है। इसलिए कूटनीतिक तौर पर भारत सरकार ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को विभिन्न देशों की यात्रा पर भेजने का फैसला लिया है।
अभी प्रतिनिधिमंडल में जाने वाले सांसदों की सही संख्या तय नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि 30 से अधिक सांसद प्रतिनिधिमंडल में जा सकते हैं। ये सांसद 10 दिन के लिए सरकार द्वारा निर्धारित देशों के विभिन्न ब्लॉकों का दौरा करेंगे।विदेश मंत्रालय (एमईए) सांसदों को उनके राजनयिक मिशन के लिए रवाना होने से पहले जानकारी देगा। सूत्र बताते हैं कि प्रतिनिधिमंडल में भाजपा, कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके, एनसीपी (एसपी), जेडीयू, बीजेडी, सीपीआई (एम) और कुछ अन्य सांसद शामिल होंगे। एक दल के नेता ने बताया कि उन्हें 22-23 मई तक 10 दिनों की अवधि के लिए रवाना होने के लिए तैयार रहने को कहा गया है और विदेश मंत्रालय यात्रा कार्यक्रम सहित आवश्यक विवरण उपलब्ध कराने के लिए उनसे संपर्क करेगा।
सूत्र बताते हैं कि प्रतिनिधिमंडल में भाजपा से पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और ओडिशा से भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी शामिल हैं। जबकि कांग्रेस के चार सांसद भी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे। इसमें कांग्रेस सांसद शशि थरूर, मनीष तिवारी, सलमान खुर्शीद और अमर सिंह शामिल हैं। वहीं तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय, जेडीयू के संजय झा, बीजेडी के सस्मित पात्रा, एनसीपी (एसपी) की सुप्रिया सुले, डीएमके की के कनिमोझी, सीपीआई (एम) के जॉन ब्रिटास और एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी भी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हो सकते हैं। प्रतिनिधिमंडल भेजे जाने को लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष से बात की है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पहलगाम आतंकी हमले और आॅपरेशन सिंदूर पर दो सर्वदलीय बैठकों की अध्यक्षता करने से इनकार कर दिया। प्रधानमंत्री संसद का विशेष सत्र बुलाने पर सहमत नहीं हुए। हमारे एकता का आह्वान करने के बावजूद प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी लगातार कांग्रेस को बदनाम कर रही है। जयराम रमेश ने कहा कि अब अचानक प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान से आतंकवाद पर भारत का रुख स्पष्ट करने के लिए बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल विदेश भेजने का फैसला किया है। कांग्रेस हमेशा सर्वोच्च राष्ट्रीय हित में रुख अपनाती है और भाजपा की तरह कभी भी राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं करती। कांग्रेस जरूर प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होगी।
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