कैंसर संस्थान के ओन्कोलॉजी विभाग में बढ़े बेड

संस्थान ने पूरे वर्ष बनाया हेल्थ रिकार्ड,स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने पर किया फोकस

कैंसर संस्थान के ओन्कोलॉजी विभाग में बढ़े बेड

लखनऊ। राजधानी के सुल्तानपुर रोड स्थित कल्याण सिंह कैंसर संस्थान ने लगातार मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को देने के लिए बेड की बढोतरी करने में लगा हुआ है,जिससे दूर दराज से आने वाले में कैंसर मरीजों को इलाज बगैर वापस न लौटना पड़े। शनिवार को संस्थान ने अपनी उपलब्धियों का व्यौरा जारी करते हुए बताया कि ओपीडी में करीब 60 हजार से अधिक मरीजोें को देखा गया और आने वाले मरीजों की 63.3 फीसदी बढोतरी हुई है। जिसमें भर्ती रोगियों बीते वर्ष की तुलना में रिकार्ड पार कर दिया है। वहीं आंकोलॉजी विभाग के आपाताकालीन सेवा में वृद्धि हुई है। जिसमें बीते वर्ष से अधिक लगातार मरीज बढ रहे है। आंकोलॉजी,इमरजेंसी,पोस्ट ऑप और डे केयर के साथ आईपीडी ब्लाक जी-5 के क्रियाशील 114 बेड से बढाकर 200 बेड कर दिया गया है। इसी के साथ सोलह बेड का पोस्ट ऑपरेटिव आईसीयू की शुरूआत की गयी है।
 
जिसमें मरीजों के लिए लाभार्थी योजनाओं में  आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री राहत कोष, बिहार सरकार कोष, डाकघर और पं.  दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना लागू की गई। वहीं संस्थान में संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं में बीस करोड़, तिरेपन लाख, तैंतालीस हजार तीन सौ पचहत्तर रुपये की राशि आवंटित की गई, जिसका प्रमुख हिस्सा मुख्यमंत्री राहत कोष और आयुष्मान भारत योजना में आवंटित किया गया।  इसी क्रम में यूपीएसआरटीसी की बस सेवा केएसएसएससीआई के लिए सरकारी बस सेवा की सुविधा 16 सितंबर 2023 से प्रारंभ हुई।  जिससे शहर के प्रमुख बिंदुओं जैसे एसजीपीजीआई, आशियाना, अहिमामऊ, चारबाग, हजरतगंज आदि से यहां आसानी से पहुंचा जा सके।
 
वहीं संस्थान में एचआरएफ की स्थापना सितंबर 2022 में हुई थी जबकि आईआरएफ की स्थापना अप्रैल 2023 में हुई थी। एचआरएफ ने वर्ष 2023 में 3500 से अधिक रोगियों को बाजार की तुलना में बहुत कम दरों पर दवाएं, चिकित्सा और सर्जिकल वस्तुएं प्रदान की गयी।
 
संस्थान द्वारा किये गये समझौता हस्ताक्षर में संसाधनों के तालमेल के उपयोग, राज्य और राष्ट्रीय स्तर के लिए जनशक्ति विकसित करने, नैदानिक, परीक्षणों का नेतृत्व करने के लिए 2023 में संस्थान और विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों जैसे आरएमएल, जेएचपीआईजीओ, रोश आदि के बीच सात समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। संस्थान का लक्ष्य 2024 में कम से कम 8 ओटी को सक्रिय करना है और अतिरिक्त मंजिलों को सौंपने और कार्यात्मक बनाने के साथ और ओ टी को भी सक्रिय किया जा सकता है। साथ ही संस्थान का लक्ष्य आंतरिक रोगी विभाग की सुविधा के लिए जी+9 भवन में लगभग 350 और बिस्तरों को सक्रिय करना है और रेडिएशन ऑन्कोलॉजी ब्लॉक में बिस्तर क्षमता 32 से बढ़ाकर 60 बिस्तर करना। संस्थान में पीआईसीयू सुविधा और समर्पित न्यूरो आईसीयू सुविधा शुरू करने की तैयारी है।
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