खाकी की कमान, एनकाउंटर स्पेशलिस्ट से सिंघम तक...!
26 जनवरी को प्रशांत कुमार को गैलेंट्री अवॉर्ड से किया गया सम्मानित
- चौथी बार यूपी पुलिस को मिला कार्यवाहक मुखिया
लखनऊ। आईपीएस प्रशांत कुमार को डीजीपी नियुक्त किया गया है। इसके पीछे कई कारण है। चूंकि 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर आईपीएस अधिकारी प्रशांत कुमार को उनकी वीरता के लिए गेलेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। ये चौथी बार था, जब प्रशांत कुमार को ये मेडल मिला है। जिसके बाद उन्हें अब उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक डीजीपी का पद सौंप दिया गया है। इनकी सबसे बड़ी उपलब्धि रही कि तीन सौ से अधिक एनकाउंटर कर चुके हैं।
इसके अलावा लखीमपुर खीरी हिंसा, कानपुर दंगा या फिर अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा में उमड़ी भीड़ का मोर्चा संभालने के लिए प्रशांत कुमार को मौके पर भेजा गया और वहां कानून व्यवस्था स्थापित करने में सफल रहे। इतना ही यूपी से बड़े -बड़े माफिया संजीव जीवा, मुकीम काला, अनिल दुजाना, विक्की त्यागी, साबिर गैंग, सूशील मूंछ के आतंक को भी इन्होंने समाप्त किया। बता दें कि कार्यवाहक के तौर पर प्रशांत कुमार की नियुक्ति के बाद लगातार चौथी बार उत्तर प्रदेश में कार्यवाहक डीजीपी की नियुक्ति हुई है। इनका जन्म 16 मई 1965 को बिहार जिले के सिवान में हुआ था। यह 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी है। उनके पास एमएससी, एमबीए और एमफिल की डिग्री है। इन्होंने प्रारंभिक शिक्षा शिवान से और उच्च शिक्षा अन्य राज्यों से प्राप्त की है।
प्रशांत कुमार को एनकाउंटर का स्पेशलिस्ट भी माना जाता है। कहते है कि उन्होंने अभी तक 300 से ज्यादा एनकाउंटर करे अंजाम दिया है। इसके पहले उन्हें वीरता पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। 2017 में दिल्ली के एक डॉक्टर का अपहरण कर 5 करोड़ रुपये की किरोगी मांगी गई थी। दिनदहाड़े हुई इस घटना से दिल्ली से लेकर यूपी तक अधिकारियों के हाथ फूल गए थे। लेकिन तत्कालीन एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार और एसएसपी मेरठ मंजिल सैनी के नेतृव में बदमाशों से मुठभेड़ के बाद मेरठ से डॉक्टर को सकुशल बरामद किया था। वहीं नवनियुक्क्त डीजीपी के साथ फील्ड में काम कर चुके कई पुलिस अधिकारियों का यह भी मानना रहा कि इन्हें इनके कुछ अलग अंदाज में कार्यशैली अपनाने के चलते कभी-कभार सिंघम नाम से भी सम्बोधित किया जाता रहा।
डीजीपी की रेस में इन अधिकारियों को पछाड़ा...!
डीजीपी की रेस में पहले स्थान पर मुकुल गोयल दूसरे स्थान पर आनंद कुमार रहे। इसके बाद शफी अहसान रिजवी, आशीष गुप्ता, आदित्य मिश्रा, पीवी रामाशास्त्री, संदीप सालुंके, दलजीत सिंह चौधरी, रेणुका मिश्रा, बिजय कुमार मौर्या, सत्य नारायन साबत, अविनाश चंद्रा, संजय एम. तरडे, एमके बशाल, तनूजा श्रीवास्तव, सुभाष चंद्रा सीनियरिटी के क्रम में रहे।इन अफसरों को पीछे छोड़ते हुए प्रशांत कुमार डीजीपी पर पर काबिज होने पर में सफल रहे । इसके पीछे माना जा रहा है कि उनके मेहनत, ईमानदारी और योगी सरकार से बेहतर तालमेल माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि प्रशांत कुमार को चार बार राष्ट्रपति का वीरता पदक मिल चुका है। उनकी पत्नी डिंपल वर्मा रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में रेरा में सदस्य हैं।
मई 2022 से यूपी में बनाएं जा रहे कार्यवाहक डीजीपी
11 मई 2022 को स्थाई डीजीपी मुकुल गोयल को अचानक हटा दिया गया था। इसी के बाद से लगातार कार्यवाहक डीजीपी बनाया जा रहा है। मुकुल गोयल के बाद कार्यवाहक डीजीपी के रूप में डीएस चौहान की तैनाती की गई। वह 11 महीने इस पद पर रहे। डीएसएस चौहान 31 मार्च 2023 को सेवानिवृत्त हो गये तो भी यूपी को स्थाई डीजीपी नहीं मिल सके। जिसके चलते डीजी पुलिस भर्ती बोर्ड के आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया। वह भी दो ही महीने इस पद पर रहे। यह भी 30 मई 2023 को रिटायर्ड हो गए तो कार्यवाहक डीजीपी के रूप में आईपीएस विजय कुमार की नियुक्ति की गई है। इनका भी कार्यक्रम 31 जनवरी को खत्म हो रहा है। यह भी डीजीपी पद पर कुल मिलाकर आठ महीने रहे। इस स्थाई व अस्थाई डीजीपी मिलेगा इसको लेकर चर्चा तेज रही लेकिन इस पर भी बुधवार को विराम लग गया। डीजीपी विजय कुमार के सेवानिवृत्ति होने के बाद नये कार्यवाहक डीजीपी के रूप से प्रशांत कुमार की तैनाती कर दी गई है। इनका कार्यकाल मई 2025 तक है। इसलिए यह कार्यवाहक डीजीपी के रूप में अभी तक सबसे आधिक समय तक यानी 16 महीने रहने वाले डीजीपी होंगे।
सपा प्रमुख ने कार्यवाहक पर उठाये सवाल...!
यूपी में डीजीपी की नियुक्ति को लेकर अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि लगता है एक बार फिर उप्र को कार्यवाहक डीजीपी मिलनेवाला है। जनता पूछ रही है कि हर बार कार्यवाहक डीजीपी बनाने का खेल दिल्ली-लखनऊ के झगड़े की वजह से हो रहा है या फिर अपराधियों के संग सत्ता की सांठगांठ के कारण।अखिलेश यादव इसके पहले भी जब विजय कुमार कार्यवाहक डीजीपी बनाएं गए थे तब भी कुछ इस तरह का ट्टवीट किया था।
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