प्रसाद मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों का हंगामा,चाकू से हमला
लखनऊ। प्रसाद इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज एंड हॉस्पिटल में गुरुवार को रेजिडेंट डॉक्टरों और मेडिकल स्टूडेंट्स ने जमकर प्रदर्शन किया। रेजिडेंट डॉक्टरों के इस प्रदर्शन को एबीवीपी ने भी सपोर्ट किया है। मौके पर इस छात्र संगठन के भी कई कार्यकर्ता पहुंचे।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर डॉक्टरों को शांत कराया। गुस्साए रेजिडेंट डॉक्टरों का आरोप है कि 13 मई की रात को अस्पताल परिसर में हुए बवाल के बाद अब तक निजी अस्पताल प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। उस घटना के दौरान एक रेजिडेंट डॉक्टर पर चाकू से जानलेवा हमला हुआ था। कई और डॉक्टर के साथ बदसलूकी और मारपीट की गई थी।
जानकारी के मुताबिक, कानपुर रोड पर बंथरा स्थिति प्रसाद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में मंगलवार रात करीब 10:15 पर मरीज की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों से मारपीट की। आरोप है कि इस दौरान कई मेडिकल उपकरणों को भी तोड़ दिया गया। एक रेजिडेंट डॉक्टर को चाकू से मारने की कोशिश की। रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना था कि इस संकट की घड़ी में मौके पर एक भी सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं था।
घटना के समय अस्पताल प्रशासन और प्रिंसिपल की तरफ से भी डॉक्टरों की जान बचाने की बजाय मौके से भाग गए। अचानक हुई इस घटना इस आहत रेजिडेंट डॉक्टरों का आक्रोश गुरुवार को अस्पताल प्रशासन पर फूट गया। रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे गंभीर मामलों में भी अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई। जिससे पीड़ित डॉक्टरों अब तक न्याय से वंचित है।
कैंपस में पर्याप्त सशस्त्र और पेशेवर सुरक्षा गार्ड मौजूद रहे। प्रिंसिपल डॉ. शैलेश यादव और ऑन ड्यूटी एडमिनस्ट्रेटर आरके यादव का इस्तीफा हो। आपातकालीन चिकित्सा अधिकारी की तत्काल नियुक्ति हो। चिकित्सा अधीक्षक की तत्काल नियुक्ति करें।
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