कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में शिक्षिकाओं के भेदभावपूर्ण व्यवहार का मामला गरमाया

एससी की छात्राओं के साथ छुआछूत के आरोप

कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में शिक्षिकाओं के भेदभावपूर्ण व्यवहार का मामला गरमाया

जालौन। माधौगढ़ तहसील क्षेत्र के टीहर गांव स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में शिक्षिकाओं द्वारा छात्राओं के साथ जातिगत भेदभाव और मानसिक प्रताड़ना की शिकायत सामने आई है। एक वायरल वीडियो में छात्राओं ने आरोप लगाया है कि शिक्षिकाएं उनके साथ छुआछूत का व्यवहार करती हैं और उन्हें निरंतर अपमानित किया जाता है। मामला तब और गंभीर हो गया जब एक अनाथ छात्रा ने बताया कि शिक्षिकाएं उसे "तुम्हारे मां-बाप तो मर गए, अब डीएम तुम्हें यहां मरने के लिए छोड़ गए" जैसे घृणित ताने मारती हैं।

विद्यालय में पढ़ने वाली अनुसूचित जाति (SC) की कई छात्राओं ने अपने परिजनों के सामने आकर शिकायत की कि शिक्षिकाएं उनके साथ भेदभाव करती हैं। छात्राओं का आरोप है कि उन्हें अलग बर्तनों में खाना दिया जाता है। कक्षा में उन्हें पीछे बैठने के लिए मजबूर किया जाता है। शिक्षिकाएं उन्हें गंदी जाति जैसे शब्दों से संबोधित करती हैं। एक अनाथ छात्रा ने रोते हुए बताया कि शिक्षिकाएं उसके माता-पिता के निधन का मजाक उड़ाते हुए कहती हैं,"तेरे मां-बाप तो मर गए, अब डीएम तुझे यहां मरने के लिए छोड़ गया है।"

छात्राओं के आरोपों का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद प्रशासन ने संज्ञान लिया। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) चंद्रप्रकाश ने तुरंत एक तीन सदस्यीय जाँच समिति गठित की है, समिति को तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया गया है। डीएम जालौन ने भी इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए जाँच रिपोर्ट का इंतजार करने को कहा है।

 

About The Author

अपनी टिप्पणियां पोस्ट करें

टिप्पणियां