पुण्य तिथि पर समाजवादियों ने किया लोक बंधु राज नारायण को नमन्
बस्ती - रविवार को लोक बंधु राज नारायण को उनके 37 वें पुण्य तिथि पर समाजवादी पार्टी कार्यालय पर याद किया गया। सपा जिलाध्यक्ष एवं बस्ती सदर विधायक महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि प्रखर समाजवादी पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजनारायण जी ने इंदिरा जी को चुनाव में परास्त कर इतिहास रचा था। उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा।
कहा कि 69 साल की उम्र में राजनरायन जी 80 बार जेल गए और जेल में कुल 17 साल बिताए इसमें तीन साल आजादी से पहले और 14 साल आजादी के बाद। उनके बढते प्रभाव से लौह महिला इंदिरा गांधी बुरी तरह डर गईं थीं, इतनी आतंकित हो गईं कि इमरजेंसी लगा दी। कहा कि जनहित में संसदीय मर्यादाओं को तोड़ने में राजनारायण ने कभी संकोच नहीं किया, जनता के हित को सर्वोपरि मानने वाले राजनारायण हमेशा लीक से अलग हट कर चलने वाले राजनेताओं में शुमार किए जाते रहे। वे प्रारंभिक दौर से ही कांग्रेस के भीतर व्याप्त भ्रष्टाचार और वंशवाद के चलन का विरोध करते रहे। आपातकाल के दौरान जेल जाने वाले राजनारायण श्रीमती इंदिरा गांधी को भ्रष्टाचार एवं वंशवाद की जननी के रूप में मानते थे। ऐसे महान नेता से युवा पीढी को प्रेरणा लेनी चाहिये।
समाजवादी पार्टी कार्यालय पर पूर्व विधायक राजमणि पाण्डेय, विधायक कविन्द्र चौधरी ‘अतुल’, सपा नेता चन्द्रभूषण मिश्र, आदि ने राजनारायण जी को नमन् करते हुये कहा कि वे आपातकाल में धूमकेतु की तरह उभरे, राजनारायण आपातकाल और इसकी चुनौतियां के पर्यायवाची बनकर उभरे। जनआंदोलन पूरे देश में तेज हो गया। नौजवानों की टोली सिर पर कफन बांधे पूरे देश में जेल में बंद नेताओं के आह्वान पर कूद पड़ी, उनकी गिरफ्तारियां भी हुईं, लेकिन, आंदोलन रुकने का नाम नहीं ले रहा था, अंततः इंदिरा गांधी को ये बात समझ में आ गई ‘जनता ही जनार्दन’ है और आपातकाल को हटा दिया गया। देश में नए चुनाव की घोषणा हुई. रायबरेली से राजनारायण ने इंदिरा गांधी को 1977 के चुनाव में पराजित किया और पूरे देश में लोकशाही की स्थापना हुई। यह भी कहा जाने लगा कि राजनारायण ने इंदिरा गांधी को कोर्ट में और वोट में हराकर देश में एक नए इतिहास का सूत्रपात किया। वे आम आदमी के हितों के लिये आजीवन संघर्ष करते रहे। संचालन करते हुये समीर चौधरी ने राजनारायण जी के जीवन संघर्ष और उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
पुण्य तिथि पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य रूप से जावेद पिण्डारी, अरविन्द सोनकर, मो. स्वालेह, युनूस आलम, मो. उमर खान, दिनेश तिवारी, जोखूलाल यादव, राम सुरेश सोनकर, फौजदार यादव, राजाराम यादव, अनवर जमाल, महेश कुमार, भोला पाण्डेय, गौरीशंकर यादव, छोटू मिश्र, रविकान्त निषाद, अंकित कुमार पाण्डेय, उदित पाण्डेय, तूफानी यादव, चन्द्र प्रकाश सोनी, राजू प्रसाद सोनी, नसीबुल्लाह, राजकुमार, जीत बहादुर सिंह, आनन्द चौधरी, लवकुश गौड, रामभवन यादव, रजनीश यादव, सलीम, विपिन त्रिपाठी, विनय यादव, मो. दाउद, रितेश यादव, राकेश यादव, गगन पाण्डेय, रामवृक्ष यादव, रविन्द्र कुमार यादव, गुलाब सोनकर, डा. देवेन्द्रनाथ श्रीवास्तव, अमरेन्द्र पाण्डेय शिब्लू, धर्मराज यादव, रामशव्द, हरे श्याम विश्वकर्मा, सूर्या चौधरी, अशोक कुमार चौहान, छेदीलाल, सालिक राम गौड़, के साथ ही सपा के अनेक पदाधिकारियोें, कार्यकर्ताओं ने राजनारायण जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया।