फिर भारत जोड़ो यात्रा के साथ लौट रहे राहुल गांधी!

चुनावी हारों के बाद कितना बदल पाएंगे सियासी मिजाज?

फिर भारत जोड़ो यात्रा के साथ लौट रहे राहुल गांधी!

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी अगले महीने भारत जोड़ो यात्रा 2.0 शुरू करने वाले हैं। माना जा रहा है कि उनकी यात्रा की शुरुआत नॉर्थ ईस्ट के राज्यों से होगी और इसे 2024 के लोकसभा चुनावों पर फोकस किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक इस बार कांग्रेस बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर यात्रा के दौरान ज़्यादा ध्यान देगी। राहुल गांधी इन मुद्दों को खासतौर पर उठाते दिखेंगे। राहुल गांधी ने शनिवार को संसद की सुरक्षा में चूक के मामले पर बोलते हुए भी बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों का जिक्र किया था। 

माना जा रहा है कि कांग्रेस नेता ने संसद में सुरक्षा की चूक के मामले के दौरान आरोपी युवाओं द्वारा उठाए गए बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर बात करने के लिए विपक्ष का ध्यान आकर्षित किया है।क्या है यात्रा की योजना?भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे दौर की प्लानिंग के बारे में सूत्रों ने कहा कि यात्रा की रूपरेखा पर काम किया जा रहा है। एक नेता ने कहा कि यात्रा जनवरी में उत्तर पूर्वी राज्यों में से शुरू होगी। उन्होंने कहा, ”वह (राहुल गांधी) यहां-वहां रैलियों को संबोधित करेंगे। यह यात्रा लोकसभा चुनाव में राहुल का अभियान होगी।”

पार्टी के एक नेता ने जानकारी साझा करते हुए कहा,“हम यात्रा की प्लानिंग पर काम कर रहे हैं। यात्रा अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम या पूर्वी असम के किसी स्थान से शुरू हो सकती है जहां उत्तर-पूर्वी राज्यों के सभी नेता एक साथ होंगे। यह एक हाइब्रिड यात्रा होगी।”

पार्टी तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में हार के बाद एक बार फिर कार्यकर्ताओं में आत्मविश्वास लाने और लोकसभा चुनाव में बेहतर नतीजे देने के लिए प्लान पर काम कर रही है। यह पूछे जाने पर कि क्या यात्रा को भारत जोड़ो यात्रा 2.0 कहा जाएगा, एक नेता ने कहा कि अभी अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है। उन्होंने कहा, “भारत जोड़ो यात्रा का बड़ा संदेश नफरत की राजनीति के खिलाफ था। अगली यात्रा का फोकस नौकरियों और महंगाई जैसे मुद्दे होंगे। कुछ नेताओं का मानना है कि इसे भारत जोड़ो यात्रा 2.0 कहा जाना चाहिए क्योंकि यह एक ब्रांड रिकॉल है। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि यात्रा का नया नाम होना चाहिए।

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‘तरुणमित्र’ श्रम ही आधार, सिर्फ खबरों से सरोकार। के तर्ज पर प्रकाशित होने वाला ऐसा समचाार पत्र है जो वर्ष 1978 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जैसे सुविधाविहीन शहर से स्व0 समूह सम्पादक कैलाशनाथ के श्रम के बदौलत प्रकाशित होकर आज पांच प्रदेश (उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड) तक अपनी पहुंच बना चुका है। 

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