पशुपालक प्रोत्साहन योजना के तहत किसानों को पुरस्कार देगी सरकार
कानपुर। प्रदेश की योगी सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना के माध्यम से पुरस्कार दे रही है। यह योजना पशुधन विभाग के मध्यम से संचालित हो रही है। यह जानकारी सोमवार को कानपुर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.आई.डी.एन.चतुर्वेदी ने दी।उन्होंने बताया कि यह योजना वित्तीय वर्ष 2023—24 में शुरू की गई । इस योजना के तहत पशुपालकों को ऑनलाइन आवेदन करने के बाद उसकी एक प्रति स्थानीय मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय में जमा करना होगा और उसके बाद उनकी चयन प्रक्रिया शुरू होगी। सबसे पहले स्थानीय स्तर पर उसकी पशुपालन विभाग के माध्यम से जांच की जाएगी और उसकी जांच रिपोर्ट पशु चिकित्सक उसे आगे बढ़ाएगा।
उसके बाद जिलास्तर की कमेटी उसका चयन करेंगी। इस प्रक्रिया में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी और सीडीओ एवं अन्य अधिकारी शामिल होंगे।उन्होंने बताया कि साहीवाल गाय के लिए प्रतिदिन कम से कम 8 से 12 लीटर तक दूध देती हो और अधिकतम 12 लीटर दूध देने की क्षमता होनी ही चाहिए। इस पर उसकी मात्रा के हिसाब से 10 हजार से 15 हजार रुपए का प्रोत्साहन धनराशि शासन ने निर्धारित किया है।इसी तरह गिर गाय, थारपारकर गाय का चयन किया जाएगा। लेकिन यह जरूरी है कि वह शुद्ध गिर, थारपारकर, साहीवाल होनी चाहिए। इसी तरह हरियाणा गाय के लिए कम से कम 7 लीटर और अधिक से अधिक दस लीटर दूध होना चाहिए। इसी क्रम में गंगातीरी गाय के लिए 7 से 8 लीटर दूध होना चाहिए और अधिकतम 8 लीटर दूध का निर्धारण किया गया है।
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