भाजपा के ‘अंबेदकर समागम’ पर जद(यू0) के प्रदेश अध्यक्ष ने निशाना साधा
बिहार जनता दल (यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने भाजपा के ‘अंबेदकर समागम’ को निशाने पर लिया। श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि चुकी 2024 के लोकसभा चुनाव में अब कुछ महीने ही शेष है इसलिए भारतीय जनता पार्टी दलितों को रिझाने का नया-नया तिकड़म अपना रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का अंबेदकर प्रेम सिर्फ़ राजनीतिक दिखावा है। जो राजनीतिक दल संविधान और आरक्षण को मिटाने की बात कहती है उसे डॉ0 भीमराव अंबेडकर के नाम पर कार्यक्रम करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। भारतीय जनता पार्टी का राजनीतिक इतिहास शुरू से ही संविधान और आरक्षण विरोधी रहा है। बिहार सरकार जब दलितों को सशक्त करने के लिए जातीय गणना का निर्णय लेती है तो भाजपा के लोग इसके खिलाफ न्यायालय में याचिका दायर करते हैं।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि सावरकर को अपना वैचारिक और राजनीतिक आदर्श मानने वाली भारतीय जनता पार्टी डॉ0 भीमराव अंबेदकर की क़भी हितैषी नहीं हो सकती है। और देश का दलित समाज भी इस बात से भलीभांति परिचित है। श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि बीते 10 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी की केंद्र में सरकार है लेकिन इन 10 वर्षों में देश के दलित समाज के लिए भाजपा ने एक भी काम नहीं किया। यह बात भी जगजाहिर है कि भाजपा शासित प्रदेशों में दलितों पर लगातार शोषण और अत्याचार होते रहे हैं। श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि भाजपा दलितों को राजनीतिक वोट बैंक समझने की भूल न करे क्योंकि अब देश का दलित राजनीतिक रूप से जागरूक हो चुका है। गलत/सही के बीच के फ़र्क़ को परखने लगा है। भाजपा चाहे जितनी मर्ज़ी जोरआजमाइश कर ले अब दलित समाज को गुमराह करने का प्रयास सफल नहीं होगा।
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