खुद के सम्मान का मार्ग प्रशस्त करना हो तो दूसरों को सम्मान दीजिए : सोनल नागर

गाजियाबाद। ( तरूणमित्र )

खुद के सम्मान का मार्ग प्रशस्त करना हो तो दूसरों को सम्मान दीजिए : सोनल नागर

नारी सशक्तिकरण की मिसाल बनकर उभरीं कांग्रेस महिला महानगर अध्यक्ष सोनल नागर, कम उम्र में पॉलिटिक्स में अगर कोई भी शख्स आमजन में अपनी पहचान कायम करने में कामयाब होता है तो ये कहने में कोई गुरेज नहीं है कि आप अच्छे स्वभाव के हैं और आपको अच्छी परवरिश भी मिली है। ठीक इसी प्रकार गाजियाबाद कांग्रेस पार्टी की महिला महानगर अध्यक्ष सोनल नागर के चर्चे भी आम हैं, लोगों में उनकी खूब सराहना होती है और जब लोगों में किसी व्यक्ति विशेष की सराहना होने लगे तो आप यह जान लीजिये कि उसका विकास कोई रोक नहीं सकता, जनता के मुंह सोनल नागर की तमाम तारीफों को सुनने के बाद हमारे संवाददाता ने कांग्रेस की महिला महानगर अध्यक्ष सोनल से बात करते हुए जनता हितों की रक्षा कैसे हो इस पर बात की तो उन्होंने बताया कि सृष्टि का यह नियम है, जो दोगे ठीक वही पाओगे, उन्होंने कहा कि आप सम्मान, प्रसन्नता, सुख, आश्रय, प्रेम या फिर तिरस्कार कष्ट, दुख, घृणा, वैमनस्य दोगे तो वही आपको लौट कर वापिस भी मिलेगा। दूसरों का सम्मान करेंगे तो हमारा जीवन तनावरहित और सुख-शांति से बीतेगा। सोनल नागर ने कहा कि सबसे पहले यह नियम स्वयं पर लागू होता। स्वयं को अगर आप हेय मान लेंगे तो दूसरों की श्रेष्ठजनों की श्रेणी में नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि आप यह जान लीजिये कि आप सम्मान आदेश देकर तो कतई भी नहीं ले सकते, बल्कि यह तो अपने आचरण और व्यवहार से अर्जित किया जाता है। आप कितना भी ज्ञानी या साधन-संपन्न क्यों ना हों इस बात से फर्क नहीं पड़ता बल्कि सम्मान तब ही आपको मिलेगा जब आप दूसरों के हित में सोचेंगे और करेंगे। दूसरों की आवश्यकता के अनुरूप जब आप उन्हें देते हैं तो उनके सम्मान के भागी बनते हैं। जो आपको कोई लाभ नहीं दे सकता उसे सम्मान देना उच्चतम श्रेणी का कार्य है। जीवन बहुत लंबा नहीं है इसलिए प्रत्येक क्षण का सम्मान करें, वक्त की हर शै गुलाम इस बात को हमेशा अपने जहन में रखें, दूसरों के प्रति वफादारी और उनके दुख दर्द बांटने का काम करते रहें इसका फल मीठा होता है एक ना एक दिन आपको अवश्य मिलेगा।

Tags:

About The Author

अपनी टिप्पणियां पोस्ट करें

टिप्पणियां