परिवहन: इंटरसेप्टर-ई सब्सिडी को मिल रही ‘तारीख पे तारीख’

सीएम आवास पर गत 23 नवंबर को प्रस्तावित था कार्यक्रम, अचानक टला

परिवहन: इंटरसेप्टर-ई सब्सिडी को मिल रही ‘तारीख पे तारीख’

  • 38 इंटरसेप्टर, 4000 लाभार्थी व 10 पब्लिसिटी वैन को मिलनी थी हरी झंडी
  • दो माह से खड़े हैं इंटरसेप्टर, ई सब्सिडी पाने वाले खरीददारों की दीवाली भी बीती
  • विभाग में मुख्यालय से फील्ड तक चर्चायें शुरू, अभी तक कभी ऐसा नहीं हुआ

रवि गुप्ता

लखनऊ। अभी कुछ ही दिनों पूर्व जब कुछ जिलों और तहसीलों में खासकर राजस्व मामलों के निस्तारण में प्रशासनिक लापरवाही या फिर लेटलतीफी समीक्षा में दिखी तो उस दौरान सीएम योगी ने एकटूक दिये संदेश में राजधानी लखनऊ मुख्यालय से लेकर प्रदेश के सभी अफसरों को यही निर्देशित किया था कि ऐसे प्रकरणों में ‘तारीख पे तारीख’ वाले पुराने प्रशासनिक कामकाज के ढर्रे से बाहर निकलें और जनसमस्या का निस्तारण हरसंभव त्वरित गति से किया जाये। मगर अब सूबे के मुखिया का उक्त संदेश, परिवहन विभाग में ही संभवत: जमीनी रूप नहीं ले पा रहा।

दरअसल, गत 23 नवंबर 2023 को पांच कालीदास मार्ग पर एक अहम कार्यक्रम प्रस्तावित था जिसमें सीएम योगी के हाथों सड़क सुरक्षा के तहत खरीदे गये 38 नये इंटरसेप्टर वाहनों को हरी झंडी और तकरीबन चार हजार ई सब्सिडी लाभार्थियों के खाते में 13 करोड़ रुपये ट्रांसफर होने थे। साथ ही जगह-जगह एलईडी स्क्रीन के जरिये लोगों के बीच सड़क सुरक्षा का संदेश देने वाले 10 पब्लिसिटी वैन को भी उन्हीं के हाथों हरी झंडी दिखायी जानी थी। उक्त कार्यक्रम को लेकर दो दिन पूर्व ही पंचम तल से संभवत: परिवहन आयुक्त कार्यालय को सैद्धांतिक सहमति भी मिल गई थी जिसके बाद परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह ने उक्त समारोह के मद्देनजर मुख्यालय से लेकर अपने मातहत एडिशनल और लखनऊ के आरटीओ और एआरटीओ टीमों की अलग-अलग ड्यूटी भी लगा दी।

इसके बाद परिवहन विभाग टीम ने क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों को भी इसकी जानकारी दी और कार्यक्रम के दौरान मंडलवार आवंटित होने वाले इंटरसेप्टर वाहनों के मद्देनजर भी संबंधित आरटीओ अफसरों को भी बुलावा भेज दिया गया। बकायदा इन वाहनों के लिये चालकों की भी ड्यूटी चार्ट रेडी कर लिया गया। कुल मिलाकर परिवहन विभाग की टीम ने सीएम आवास पर होने वाले अपने विभाग से जुड़े इस अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली। मगर एक दिन पूर्व देर शाम जब यह पता चला कि सीएम योगी इस दिन लखनऊ प्रवास पर नहीं रहेंगे, वो संभवत: पीएम मोदी के साथ मथुरा दौरे पर रहेंगे और इसके बाद राजस्थान चुनाव दौरे पर निकल जायेंगे। इसके बाद तो जैसे परिवहन विभाग के अफसरों और इस कार्यक्रम से जुडेÞ कर्मियों का मनोबल ही टूट गया। विभागीय जानकारों की मानें तो अभी तक विभाग और सीएम से जुडेÞ किसी भी कार्यक्रम में कोई अड़चन नहीं आई।

इनकी मानें तो कहीं न कहीं प्रमुख सचिव परिवहन और उनकी टीम संभवत: सीएम कार्यालय या फिर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के साथ बेहतर ढंग से तालमेल नहीं बिठा पा रही, इसीलिये यह कार्यक्रम बीते कई माह से टलता जा रहा है और सीएम कार्यालय से एक निश्चित तारीख नहीं मिल पा रही। वहीं सड़क सुरक्षा जानकारों की मानें तो यदि ये वाहन समय रहते फील्ड में रवान हो जाते इनसे एक तो प्रवर्तन टीम का काम बेहतर होता, राजस्व भी बढ़ता और पब्लिसिटी वैन भी सड़क सुरक्षा जनजागरुकता लोगों के बीच फैलाती। वैसे बता दें कि परिवहन मंत्री भी बीते काफी समय से पहले तो मध्य प्रदेश चुनाव और अब राजस्था चुनावी दौरे में व्यस्त हैं, और माना जा रहा है कि अब आगामी तीन दिसंबर को जब चुनावी परिणाम आ जायेगा उसके बाद ही ये उपरोक्क्त उदघाटन कार्यक्रम जनता के सुपुर्द हो पायेंगे।

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