उत्तर प्रदेश में हर 1271 फिट पर सरकार ने लागा दिया पेड़!
204 करोड़ पौधे लगाए गए जिनमें से 75 प्रतिशत पौधे जीवित: मुख्यमंत्री योगी
कर्मबीर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने अयोध्या में आयोजित एक जनसभा में जलवायु परिवर्तन के खिलाफ अभियान की महत्ता पर जोर दिया। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश की अभूतपूर्व प्रगति पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, 'इस दौरान 204 करोड़ पौधे लगाए गए जिनमें से 75 प्रतिशत पौधे जीवित हैं। इसके परिणामस्वरूप राज्य में पांच लाख एकड़ क्षेत्र में वन आच्छादन बढ़ा है। एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा, 'हमने हीटवेव (गर्म हवा) को ग्रीनवेव (शीतल हवा) में बदला है। यह प्रयास न केवल पर्यावरण को स्वच्छ रखने में सहायक है, बल्कि जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को कम करने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
अब जानिये हकीकत
योगी सरकार ने अपने 2017 से लेकर 2025 तक के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने से लेकर विकास का कीर्तिमान स्थापित करने के तमाम दावे और आकड़े बीते आठ साल में जारी किये है। बात चाहे कुम्भ 2025 में संगम में डुबकी लगाने के आंकड़े की हो या फिर पौधरोपण अभियान में लगाए गए पौधों का रिकार्ड। यूपी के वन विभाग के आकड़ों पर अगर यकीन किया जाए तो योगी कार्यकाल के शुरुआती साल 2017 में 2017-5.72 करोड़, साल 2018-11.77 करोड़, 2019-22.60, 2020-25.87 करोड़, 2021-30.53 करोड़, 2022-35.49 करोड़, 2023-36.16 करोड़ और 2024 में 36.81 करोड़ पौधों का सफल रोपण, जियो टैकिंग तक कर देने का इतिहास बना लिया है।
अब अगर इसमें बुधवार को हुए एक दिन में अब तक के सर्वाधिक 37 करोड़ से अधिक पौधे लगाने और फिर नया इतिहास बनाने के दावों को भी जोड़ दिया जाए तो साल 2017 से लेकर बीते बुधवार तक प्रदेश में तक़रीबन 2 अरब 4 करोड़ से ज्यादा पौधे लगाये जा चुके है। मान लिया जाये तो उनमे से आधे जवान हो चुके पेड़ उत्तर प्रदेश में मौजूद होना ही चाहिए। लेकिन मजेदार तथ्य यह है कि उत्तर प्रदेश की कुल जनसँख्या 25 करोड़ के आस-पास है, तो प्रति व्यक्ति कम से कम 8 पेड़ होने चाहिए। पौधरोपड़ की ये अजीबो-गरीब संख्या दुनिया के कई देशों की जनसँख्या पर भी भारी पड़ेगी।
बहरहाल अगर सरकारी आकड़ों की माने तो उत्तर प्रदेश का कुल क्षेत्रफल 240,928 वर्ग किलोमीटर है। इस हिसाब से अगर इसको फिट में बदला जाए तो कुल 240,928 वर्ग किलोमीटर = लगभग 25,92,30,50,54,618.5 वर्ग फीट। यानी हर 1271 फिट पर एक पेड़ तो होना ही चाहिये।
यहाँ गौर करने वाली बात ये है कि प्रदेश के कुल 25,92,30,50,54,618.5 वर्ग फीट में से सिर्फ गंगा नदी उत्तर प्रदेश में बिजनौर जिले से प्रवेश करती है और गढ़मुक्तेश्वर, सोरो, फर्रूखाबाद, कन्नौज, बिठुर, कानपुर व प्रयागराज से होते हुए बनारस पहुंचती है।
वही यमुना नदी उत्तर भारत की प्रमुख नदियों में से एक है, जो दिल्ली और अंत में उत्तर प्रदेश में पहुंचती है। यहां पहुंचने पर प्रयागराज जिले में अपना सफर गंगा में मिलकर समाप्त कर देती है।
इसी तरह गोमती नदी का उद्गम पीलीभीत जनपद से होता है, जिसके बाद यह गाजीपुर के निकट गंगा में मिल जाती है। जिसकी कुल लंबाई- 940 किमी है जो की पूरी तरह प्रदेश की ही भूमि में स्थित है इसके साथ ही बात अगर सरकारी इमारतों की करे तो राजभवन (गवर्नर हाउस) लगभग 2.5 एकड़ भूमि पर बना है। इसके अतिरिक्त, राज्य में वक्फ बोर्ड के पास लगभग 11,712 एकड़ भूमि है प्रदेश में वक्फ बोर्ड के पास लगभग 11,712 एकड़ भूमि है। साल 2012-13 के लिए अपने बजट में राज्य सरकार के जारी आकड़ो के मुताबिक अखिलेश सरकार ने कब्रिस्तान स्कीम के लिए 200 करोड़ का प्रावधान किया था और अल्पसंख्यकों के 1,130 अंत्येष्टि भूमि के चारों ओर प्रस्तावित चारदीवारी का निर्माण होना था।
जिसमे नदी, नाले, पहाड़, मंदिर, मस्जिद, सरकारी आवास से लेकर शमशान ,कब्रिस्तान तक भी शामिल है। सरकार के इस अफलातूनी आकड़ों को सच माना जाए तो तक़रीबन हर 1271 फिट पर एक पौधा या पेड़ होना चाहिए।
सरकारी दावों को माने तो बुधवार को हुए पौधरोपड़ के लिए करीब साढ़े छह करोड़ लोगो ने प्रदेश के छह लाख स्थानों में पौधारोपण किया गया मंत्रियों को जिले भी आवंटित किये गए थे। इतना ही नहीं गिनीज बुक में नया कीर्तिमान बनाने के अभियान को सफल बनाने के लिए वरिष्ठ आइएएस अधिकारी जिलों में नोडल अधिकारी बना कर दौड़ाये गए। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बाराबंकी में व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या व आजमगढ़ में पौधा रोपा।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मेरठ में और ब्रजेश पाठक ने लखनऊ में पौधा लगाया। सूबे का नाम गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कराने के लिए दो रिकार्ड भी बनाए गए। लखनऊ की डा. आंबेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एक साथ एक समय में 2100 लोगो ने पौधारोपण करने का रिकार्ड बनाया। वही दूसरी तरफ वन विभाग ने दूसरा रिकार्ड 'पौधे लगाने वाले लोगों का सबसे बड़ा आनलाइन फोटो एलबम' बनाने का बनाया। जिसमें नौ जुलाई से नौ अगस्त के बीच फोटो वन विभाग की साइट पर अपलोड किए जाएंगे।
इसके लिए विभाग ने एक अलग से सर्वर का इंतजाम भी किया है। इसके साथ ही सरकार ने जनांदोलन के जरिए पौधारोपण कर हरित आवरण बढ़ाने की तैयारी की है। जहां भी पौधे लगेंगे उस स्थल की जियो टैगिंग भी की जाएगी। जिससे पौधारोपण के बाद भी इनकी वन विभाग व अन्य संस्थाओं की मदद से रियल टाइम निगरानी की जा सके।
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