49 हजार करोड़ की ठगी करने वाला गुरनाम सिंह गिरफ्तार

कंपनी का नाम बदलकर धोखाधड़ी की रची गई पटकथा

49 हजार करोड़ की ठगी करने वाला गुरनाम सिंह गिरफ्तार

प्लॉट और एफडी-आरडी योजनाओं के नाम पर किया गया घोटाला

  • 10 राज्यों में फैला नेटवर्क, बिना एनबीएफसी रजिस्ट्रेशन बैंकिंग कारोबार
  • कई आरोपी तिहाड़ जेल में, अब गुरनाम सिंह गिरफ्तार

लखनऊ । आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) उत्तर प्रदेश को बड़ी सफलता हाथ लगी है। बहुचर्चित पर्ल्स एग्रो-टेक कॉपोर्रेशन लिमिटेड (पीएसीएल) घोटाले में वांछित चल रहे कंपनी के प्रमुख संचालक गुरनाम सिंह को पंजाब के रोपड़ जनपद से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी पर निवेशकों से करीब 49 हजार करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है। उक्त जानकारी ईआोडब्लू की डीजी नीरा रावत ने प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने बताया कि आर्थिक अपराध अपराधियों से निपटने के लिए रोड मैप तैयार किया है। जिसमें वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी की जा रही है। इसी क्रम में यह भी कार्रवाई की गई । 

डीजी नीरा रावत ने बताया कि पूर्व में गुरुवंत एग्रो-टेक लिमिटेड के नाम से स्थापित इस कंपनी को 13 फरवरी 1996 को जयपुर (राजस्थान) में पंजीकृत किया गया था। बाद में इसका नाम बदलकर 25 अक्टूबर 2011 को पर्ल्स एग्रो-टेक कॉपोर्रेशन लिमिटेड कर दिया गया। कंपनी का कॉरपोरेट कार्यालय नई दिल्ली के बारह खंभा रोड पर स्थित है । गुरनाम सिंह ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश, बिहार, असम, आंध्र प्रदेश, केरल और छत्तीसगढ़ जैसे 10 राज्यों में शाखाएं खोलीं। बिना एनबीएफसी के रूप में भारतीय रिजर्व बैंक में पंजीकरण कराए उन्होंने बैंकिंग कार्य शुरू किया। पीएसीएल ने लुभावनी योजनाओं के जरिए जनता को प्लॉट देने का लालच दिया और बॉन्ड रसीदों के माध्यम से हजारों करोड़ रुपये जुटाए। यूपी के महोबा, सुल्तानपुर, जालौन, फरुर्खाबाद सहित कई जिलों में लोगों ने कंपनी की शाखाओं में निवेश किया। लेकिन न तो प्लॉट मिले और न ही पैसे लौटाए गए। 

जांच में सामने आया कि कंपनी के संचालकों ने करीब 49,000 करोड़ रुपये की जनता की गाढ़ी कमाई हड़प ली और दफ्तर बंद कर फरार हो गए। पीएसीएल की जालौन शाखा में भी लाखों रुपये का गबन हुआ, जिस पर यूपी सरकार ने ईओडब्लू को जांच सौंपी थी। क्योंकि पांच करोड़ लोगों को इस कंपनी द्वारा चूना लगाया गया है। इस घोटाले में अब तक 10 लोगों को नामजद किया गया है, जिनमें से चार आरोपी तिहाड़ जेल में बंद हैं। वहीं, लंबे समय से फरार चल रहे मुख्य संचालक गुरनाम सिंह को 9 जुलाई  को रोपड़  पंजाब से गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य फरार अभियुक्तों की तलाश जारी है।

ये भी पढ़े-250 करोड़ की बीमा धोखाधड़ी में वांछित वी-केयर मल्टीट्रेड का आरोपी कलकत्ता से गिरफ्तार

About The Author

अपनी टिप्पणियां पोस्ट करें

टिप्पणियां