लक्जरी वाहनों के फाइनेंस में फर्जीवाड़ा करने वाला गिरफ्तार
स्वयं का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर कर रहा था खेल
- अब तक कर चुका है करोड़ों रुपये की ठगी
लखनऊ। एसटीएफ यूपी को स्वयं का फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाकर लक्जरी वाहनों के फाइनेन्स में फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले गैंग का वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम मुंशीलाल यादव है।
एसटीएफ को चार पहिया वाहनों की खरीदारी व फाइनेन्स में हेराफेरी करने वाले गिरोह के सम्बन्ध में सूचनायें प्राप्त हो रही थी, जिसके सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन कर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था, जिसके क्रम में दीपक कुमार सिंह, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ यूपी के पर्यवेक्षण में एसटीएफ मुख्यालय टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी।
उपनिरीक्षक तेजबहादुर सिंह के नेतृत्व में उ.नि. हरीश सिंह चौहान, मुख्य आरक्षी विनोद यादव, मुख्य आरक्षी पवन सिंह बिसेन, की टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी। इसी क्रम में शुक्रवार को मुखबिर द्वारा सूचना थाना विभुतिखंड में वांछित अभियुक्त मुंशीलाल अनवारी औद्योगिक क्षेत्र में एक कंपनी में छिपकर रह रहा है। इस सूचना पर पूर्व से गठित टीम मय मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुंचकर उसके निशानदेही पर गिरफ्तार कर लिया।
विस्तृत पूछताछ पर अभियुक्त उपरोक्त ने बताया कि वह पिछले कई वर्षों से चार पहिया वाहनों के फाईनेंस में अपने गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर फजीर्वाड़े का कार्य करता है। सबसे पहले अपने गैंग के सदस्यों के नाम पर विभिन्न जनपदों से चार पहिया वाहन फाईनेंस कराकर खरीदता है। कुछ किश्ते जमा करने के उपरान्त किश्तें देना बन्द कर देता है। जब लोन की देय राशि ज्यादा हो जाती है तो गाड़ी के स्वामी का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर बैंक लोन को एनपीए घोषित कराकर उनका सेटलमेंट कराकर अपने या अपने रिश्तेदारों के नाम ट्रान्सफर करा लेता है। कुछ गाड़ियों की बैंक की फर्जी एनओसी बनाकर आरटीओ आफिस के दलालों के माध्यम से उन्हें अपने या अपने रिश्तेदारों के नाम ट्रान्सफर करा लेता है। जिसे ट्रांसपोर्ट कंपनियों में लगा देता है। इस तरह के फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिए फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र भी बनवा रखा है।
गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध अग्रेतर वैधानिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
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