कौशाम्बी: भानमती तो मिल गई साजिश कर्ता अब तक बेनकाब नहीं
मामला मोहब्बतपुर पइन्सा थाने का
कौशाम्बी। जिले के मोहब्बतपुर पइन्सा थाना क्षेत्र की भानमती की सकुशल बरामदगी तो गई लेकिन वरिष्ठ पत्रकार राम बदन भार्गव व उनके परिजनों को कथित अपहरण के मामले में फंसाने की वजह क्या थी। इसका आज तीसरे दिन भी पुलिस अपहरण की पटकथा ग्राम किशुनदासपुर थाना खखरेरू जनपद फतेहपुर निवासी टिंकू पांडे के घर 21 जून को लिखी गई 22 जून को भानमती(70) कथित रूप से गायब करती जाती है पुलिस आखिर इस कथित अपहरण की साजिश में शामिल साजिश कर्ताओ को पुलिस छिपाना चाहती है?
भानमती के कथित तौर पर गायब होने को लेकर संबंधित थाना में सैकड़ो लोगों लेकर घेराव करने की अगुवाई कौन कर रहा था उसके पीछे मकशद क्ञया था। थाना में दबाव बनाकर वरिष्ठ पत्रकार व उनके परिजनो के नाम रिपोर्ट दर्ज कराई गई। 27 जून को उक्त प्रकरण को लेकर जिले भर के पत्रकार लामबंद हुये। पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देने पत्रकार डाइट मैदान में इकट्ठा हुए तो प्रमुख साजिश कर्ता उमेश तिवारी, भूप सिंह यादव, टिंकू पांडे, राम सजीवन तिवारी, के अगुवाई में सैकड़ो लोग जिसमें महिलाएं भी शामिल थी। पत्रकारों के पास पहुंचकर भिड़ने की स्थिति में आ गए।
किसी तरीके से मामला टल गया आखिर भानमती को गायब करने के बाद साजिश करता क्या चाहते थे। 13 दिन बाद भानमती को पुलिस ढूंढ निकलती है। पुलिस को यह जरूर बताना चाहिए की भानमती ने पुलिस को कथित रूप से गायब होने के संबंध में क्या जानकारी दिया है।
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