सुक्खू सरकार ने शिरगुल महाराज के दर्शन पर लगाया टैक्स, भड़की भाजपा
नई दिल्ली । हिमाचल प्रदेश में शिरगुल महाराज के दर्शन पर राज्य सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स पर सियासी पारा चढ़ गया है। इस टैक्स को लेकर भाजपा भड़क गई है।
शुक्रवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि वहां चूड़धार का मंदिर है, इस मंदिर में वहां के इष्टदेव शिरगुल महाराज हैं। बड़े पैमाने पर शिमला, सोलन, सिरमौर और उत्तराखंड के श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। उन शिरगुल महाराज के दर्शनार्थियों और भक्तों पर सुक्खू सरकार ने टैक्स लगा दिया है।
प्रेम शुक्ला ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने मंदिरों पर टैक्स लगाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि औरंगजेब तो सिर्फ भक्तों से टैक्स लेता था लेकिन कांग्रेस शासनकाल में जिन घोड़ों और खच्चरों पर सवार होकर भक्त जाते हैं, उन घोड़ों और खच्चरों पर भी टैक्स लादने का काम सुक्खू सरकार ने किया है।
उल्लेखनीय है कि चूड़धार स्थित शिरगुल देवता मंदिर के कपाट हर साल की तरह एक मई को अधिकारिक तौर पर खोल दिए गए। श्रद्धालु भगवान शिव और शिरगुल देवता के दर्शन के लिए जा सकेंगे। इस साल कपाट खुलने के बाद श्रद्धालु बम भोले के जयकारों के साथ जिला शिमला और सिरमौर की 11765 फीट ऊंची चोटी पर विराजमान भगवान शंकर की भव्य प्रतिमा के दर्शन के लिए जाते हैं।
शिरगुल महाराज के प्रति हिमाचल समेत देशभर के श्रद्धालुओं में बड़ी आस्था है। शिरगुल महाराज शिमला, सोलन, सिरमौर के साथ-साथ उत्तराखंड के जौनसारबावर के लोगों के इष्ट देव हैं। इन क्षेत्रों के लोगों का तो वहां अक्सर आना-जाना रहता है। सभी का एक सांस्कृतिक जुड़ाव भी है। लोग अपनी पहली फसल का उत्पाद यहां चढ़ाने आते हैं।
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