कर्पूरी ठाकुर के सपनों को साकार कर रहे हैं नीतीश कुमारः राजीव रंजन
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता श्री राजीव रंजन ने आज कहा है कि श्रद्धेय कर्पूरी ठाकुर जी ऐसे राजनेता थे जिनकी शुचिता, सादगी व कर्तव्यपरायणता की आज भी मिसालें दी जाती हैं। समाज के सभी जाति-धर्मों के शोषितों, वंचितों व गरीबों के लिए बिना किसी भेदभाव के काम करने उन्हें जननायक कहा जाता है। उनके बाद आज नीतीश कुमार ही ऐसे दूसरे राजनेता हुए हैं जिनके राज में समाज के सभी वर्गों का सर्वांगीन विकास हो रहा है।
जदयू महासचिव ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जी का सपना गरीबों को सशक्त बनाने का था। नीतीश सरकार ने उनके उसी सपने के अनुरूप पहले जातिगत गणना और आर्थिक सर्वेक्षण करवा कर आंकड़े जुटाए और अब बिहार के गरीबों के आर्थिक स्वावलंबन हेतु उन्हें आर्थिक सहायता देने का ऐतिहासिक निश्चय किया है। इसके तहत बिहार के 94 लाख से अधिक गरीब परिवारों को स्वरोजगार के लिए 2-2 लाख रु की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। इससे न केवल बिहार की समृद्धि बढ़ेगी बल्कि अपरोक्ष रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इसी तरह कर्पूरी ठाकुर जी अतिपिछड़े समाज और महिलाओं के अधिकार के लिए आवाज उठाने वाले पहले मुख्यमंत्री थे। उन्होंने ने ही अतिपिछड़ा समाज को बदहाली से निकालने के लिए उन्हें सरकारी नौकरियों में 12 प्रतिषत आरक्षण दिया। उसके बाद नीतीश कुमार ही ऐसे नेता हुए जिन्होंने इस समाज के तेज विकास के लिए इसे बढ़ाकर 18 प्रतिषत कर दिया और अब जातिगत गणना के बाद इसे बढ़ाकर 25 प्रतिषत कर दिया। उन्होंने ही अतिपिछड़ा समाज की नेतृत्व क्षमता को निखारने के लिए नगर निकायों व पंचायतों में उन्हें 20 प्रतिषत आरक्षण का लाभ भी दिया हुआ है।
उन्होंने कहा कि यह कर्पूरी ठाकुर जी ही थे जिन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर उच्च जाति के पुरुषों के लिए तीन प्रतिशत और महिलाओं के लिए तीन प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की थी। उनके बाद नीतीश कुमार ने महिलाओं के नेतृत्व पर विश्वास किया और उन्हें शिक्षा विभाग में 50 प्रतिषत अन्य सरकारी नौकरियों तथा पोस्टिंग में 35 प्रतिषत के आरक्षण का अधिकार दिया। नीतीश सरकार के कारण महिलाओं को उनकी आधी आबादी के अनुरूप पंचायत और नगर निकायों के चुनावों में 50 प्रतिषत आरक्षण मिल रहा है। जिसके कारण आज गांव-टोलों में भी महिलाएं कामयाबी के झंडे गाड़ रही हैं।
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