ई रिक्शा चालक करा सकते हैं बड़ा हादसा जिम्मेदार मौन।
शामली। कस्बे में ई-रिक्शा की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। जिससे जाम की समस्या भी बढ़ती जा रही है। ई-रिक्शा कस्बे में जाम का कारण बन रही हैं। जाम लगने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। पूरा कस्बा जाम की जद में रहता है। जिसके चलते लोगों का समय भी बर्बाद होता है। ज्यादातर चालक अपनी ई-रिक्शा को करतब दिखाते हुए चलाते हैं। दूसरे वाहनों को निकलने के लिए साइड भी नहीं देते। जाम लगने पर दूर-दूर तक ई-रिक्शा ही नजर आते हैं।रोडवेज बस अड्डा, कैराना बस स्टैंड, वीर अब्दुल हमीद चौक,पर भी ई-रिक्शा संचालकों की मनमानी के चलते बुरा हाल रहता है। कोई भी बस आने पर ई-रिक्शा संचालक उसे घेर लेते हैं।
जिसकी वजह से यात्रियों को बस में चढ़ने और उतरने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। आपाधापी में कई बार यात्रियों की जेब तक कट जाती है।सवारियां बैठाने की होड़ में जहां मन किया, वहीं ई-रिक्शा खड़ा कर देते हैं। इस वजह से लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। अब ज्यादा समस्या ई-रिक्शा चालकों की वजह से हो रही है, जो सवारियां बैठाने की होड़ में एक दूसरे के सामने अडाकर आड़ी तिरछी कर देते हैं दिल्ली सहारनपुर हाईवे चौधरी चरण सिंह चौक कि अगर बात करें तो यहां की हालत तो और भी खराब है यहां पर जैसे ही कोई भी बस आती है।
तो ई रिक्शा चालक अपनी जान की परवाह किए बिना बस को चारों ओर से घेर कर हाईवे को भी जाम कर देते हैं जिससे पीछे से आने वाले हाईवे पर बड़े वाहनों से टकराने का भी खतरा बढ़ जाता है छोटे-मोटे हादसे तो यहां पर आम बात हो गई है लेकिन इन ई रिक्शा चालकों की लापरवाही से कहीं बड़ा हादसा ना हो जाए हाईवे पर यह खतरा हर समय बना रहता है सूत्र बताते हैं कि यहां पर सवारियां। बैठाने की होड़ में ई रिक्शा चालकों मैं आपस में मारपीट तक हो जाती है इन चालकों को न तो किसी निर्धारित जगह वाहन खड़े करने की जरूरत महसूस होती है और न ही दूसरों की परेशानी का ख्याल रहता है। अगर हाईवे पर किसी दिन कोई बड़ा हादसा हो गया तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
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