विधानसभा में हार के बाद भी लोकसभा सीट पर 20 साल बाद दौड़ी साइकिल
महज 2629 वोटों के अंतर से भाजपा प्रत्याशी को मिली हार
महोबा। हमीरपुर-महोबा लोकसभा सीट पर 20 साल बाद आखिरकार संसदीय क्षेत्र में साइकिल दौड़ पड़ी रोमांचक मुकाबले में 2629 वोटों से चुनाव में जीत दर्ज की है। जबकि सपा प्रत्याशी अजेंद्र अपनी पैतृक विधानसभा चरखारी से बेहद कम अंतराल से ही जीत हासिल कर सके हैं। उन्हें पांच में से तीन विधानसभा में हार का मुंह देखना पड़ा।हमीरपुर-महोबा-तिंदवारी लोकसभा सीटों की बात करें तो संसदीय क्षेत्र की पांचों विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है। जिसमें तिंदवारी विधानसभा के विधायक रामकेश निषाद प्रदेश सरकार में जल शक्ति राज्य मंत्री हैं।
भारतीय जनता पार्टी को सबसे तगड़ा झटका हमीरपुर विधानसभा सीट से लगा है, जहां पर सपा को 21000 वोटों से लीड मिली है। यहां सपा को एक लाख 26 हजार वोट मिले, तो भाजपा को 1 लाख 5 हजार वोट ही मिले हैं। जबकि राठ विधानसभा की बात की जाए तो यहां पर सपा को एक लाख 15 हजार मत और भाजपा को एक लाख 16 हजार वोट मिले और चरखारी विधानसभा में सपा को 92 हजार 438 मत मिले, तो भाजपा को 90 हजार 593 मत हासिल हुए हैं। जबकि महोबा विधानसभा से भाजपा को 13000 से अधिक वोटों की लीड मिली है। इसी लीड ने बीजेपी की हार के अंतर को कम किया है। भाजपा के राकेश गोस्वामी सदर महोबा से विधायक हैं।
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