चिटफट कंपनियों में फंसे भुगतान को लेकर प्रदर्शन, डीएम से पैसे दिलाने की उठी मांग

पहले भुगतान फिर मतदान

चिटफट कंपनियों में फंसे भुगतान को लेकर प्रदर्शन, डीएम से पैसे दिलाने की उठी मांग

सुल्तानपुर। अनी बुलियन ट्रेडर्स समेत कई चिट फंड कंपनियों ने यहां 10 करोड़ रुपए के आसपास की ठगी लोगों से कर रखा है। इसको मुद्दा बनाकर आज लोगों "पहले भुगतान फिर मतदान" का नारा लगाते हुए डीएम कृतिका ज्योत्सना के ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया। लोगों ने केंद्र सरकार की तरफ से बनाए गए प्रावधान के मुताबिक भुगतान दिलाए जाने के लिए आवाज उठाई है।
           मिशन भुगतान यात्रा बैनर के तले आज प्रदर्शन हुआ। जिलाध्यक्ष ने बताया कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2019 में कानून बनाया गया है हम प्रधानमंत्री को उसके लिए धन्यवाद देते हैं। साथ ही डीएम के माध्यम से मांग करता हूं कि इस केंद्रीय कानून तहत 180 कार्य दिवस में ब्याज सहित भुगतान देने का प्रावधान है। लेकिन एक वर्ष से हमारा आवेदन एडीएम कार्यालय में पेंडिंग पड़ा हुआ है अभी तक कार्रवाई नहीं हुई। हम डीएम से अनुरोध कर रहें है कि विधिक कार्रवाई एक्ट के तहत है हम लोगो का भुगतान अविलंब कराया जाए। भारत सरकार द्वारा जो भी प्राइवेट कंपनियों को लाइसेंस दिया गया था उन्हीं लाइसेंस पर विश्वास कर भारत की जनता ने अपना निवेश चिट फंड कंपनी में किया गया। उन्होंने कहा कि जिले में भी लाखों पीड़ित है जिन्होंने अपना निवेश उन चिट फंड कंपनियों में किया है जो मार्केट में आई थी। भारत सरकार के नियम कानून कायदे के अनुसार वह कंपनी बंद कर दी गई। कंपनी बंद होने के बाद पीड़ितों का पैसा नहीं मिल रहा है पैसा डूब गया है। 2019 एक्ट के प्रावधान के अनुसार पीड़ितों को उनका जमा किया गया पैसा वापस मिलना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। हम लोगो की यही अपील है कि जो भी एक्ट है उस एक्ट के तहत हम लोगो को भुगतान मिले। अनी बुलियन, एलाइन ग्रुप आदि इस तरह कई कंपनिया हैं, जिसमें पैसे फंसे हैं। हम डीएम से मांग करते हैं इन कंपनियों में फंसे पैसे एक्ट के तहत हमें दिलाया जाय।

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