रामभक्तों को सुगम दर्शन के सीएम के निर्देश का दिख रहा साफ असर

रामभक्तों को सुगम दर्शन के सीएम के निर्देश का दिख रहा साफ असर

सीएम योगी के निर्देश पर अयोध्या पहुंचे प्रमुख सचिव,  व्यवस्थाओं का लिया जायजा

- रामभक्तों को सुगम दर्शन के सीएम के निर्देश का दिख रहा साफ असर

- भक्तजन हुए मुदित, जयघोष के बीच कर रहे दर्शन

अयोध्या। श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा उपरांत दर्शनार्थियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सुगम दर्शन करवाए जाने के निर्देशों का साफ असर दिख रहा है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव व प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद द्वारा शुक्रवार को अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।

गणतंत्र दिवस के बीच प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर का मंडलायुक्त, जिला अधिकारी व पुलिस महानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस अधीक्षक सुरक्षा आदि अधिकारियों के साथ भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं को दर्शन करने हेतु सुगमता पूर्वक आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

बता दें कि श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा आयोजन के बाद से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दर्शनार्थियों के दर्शन करने व अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था व अन्य आवागमन व्यवस्थाओ को लेकर नियमित समीक्षा की जा रही है। इसी क्रम में प्रमुख सचिव गृह द्वारा अयोध्या भ्रमण किया गया। वहीं इससे पहले प्रातः काल भी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मंदिर परिसर का निरीक्षण किया गया था। सभी श्रद्धालु श्रद्धा पूर्वक पंक्तिबद्ध होकर दर्शन कर रहे हैं तथा प्रसाद भी प्राप्त कर रहे हैं।

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श्रीराम लला की आरती और दर्शन का समय जारी
भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने आरती और दर्शन की समय सूची जारी की है। विश्व हिन्दू परिषद के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा के अनुसार श्रीराम लला की मंगला आरती साढ़े चार बजे श्रृंगार आरती (उत्थान आरती) सुबह साढ़े छह बजे होगी। इसके बाद भक्तों को दर्शन सात बजे से कराया जाएगा। इसके उपरांत भोग आरती दोपहर बारह बजे, संध्या आरती शाम साढ़े सात बजे तथा रात्रि नौ बजे भोग आरती और शयन आरती रात दस बजे होगी। सुबह मंगला आरती के दौरान मंदिर के कपाट आम दर्शनार्थियों के लिए बंद रहेंगे।

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‘तरुणमित्र’ श्रम ही आधार, सिर्फ खबरों से सरोकार। के तर्ज पर प्रकाशित होने वाला ऐसा समचाार पत्र है जो वर्ष 1978 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जैसे सुविधाविहीन शहर से स्व0 समूह सम्पादक कैलाशनाथ के श्रम के बदौलत प्रकाशित होकर आज पांच प्रदेश (उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड) तक अपनी पहुंच बना चुका है। 

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