भाजपा प्रत्याशी का जगह जगह हुआ स्वागत
सुल्तानपुर । भाजपा प्रत्याशी मेनका गांधी का 38 संसदीय क्षेत्र मे जगह-जगह भाजपाइयों ने किया स्वागत शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सुरक्षा एवं महंगाई, भ्रष्टाचार के इर्द-गिर्द रहेगा इस बार का चुनाव,मीडिया संवाद के दौरान जनपद में किए गए कार्यों को मेनका गांधी ने गिनाते हुए कहा कि जीत मिलने पर बचें हुए कार्य को करेंगी पूरा,सुल्तानपुर से मेनका गांधी के सामने भीम निषाद की चुनौती, बसपा प्रत्याशी का इंतजार भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रत्याशी बनाए जाने के 8वें दिन 38 संसदीय क्षेत्र सुलतानपुर पहुंची मेनका गांधी, जगह-जगह भाजपाइयों ने किया फूल मालाओं से स्वागत,भारतीय जनता पार्टी से एक बार फिर मेनका गांधी का टिकट फाइनल होने के बाद से ही माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन प्रत्याशी भीम निषाद से उनकी सीधी फाइट होगी। लोकसभा 2019 के चुनाव में मेनका गांधी ने 14526 वोटों से जीत हासिल की थी।
वहीं लोकसभा 2014 के चुनाव में मेनका गांधी के पुत्र व पीलीभीत के पूर्व सांसद वरुण गांधी ने बाहुबली पवन पांडेय को 178902 वोटों से पराजित किया था। बीते 16 मार्च को सपा ने इंडिया गठबंधन प्रत्याशी भीम निषाद को मैदान में उतारा है। बात 2019 के लोकसभा चुनाव के परिणाम की करें तो मेनका संजय गांधी को कुल 4,59,196 मत मिले थे।(45.88%) और गठबंधन में बसपा प्रत्याशी पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह सोनू को 4,44,670 मत (44.43%) मिले थे। कांग्रेस के डॉ संजय सिंह को कुल 41,681 (4.16%) मत मिले थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में सुल्तानपुर सीट से बीजेपी प्रत्याशी मेनका गांधी को बसपा प्रत्याशी चंद्रभद्र सिंह सोनू से कड़ी टक्कर मिली थी। मेनका गांधी इस चुनाव में महज 14 हजार मतों से ही चुनाव जीती थीं। चुनाव में तीसरे प्रत्याशी कांग्रेस संजय सिंह थे।
वरुण गांधी ने एक लाख से अधिक मत से जीता था चुनाव,वही 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी से वरुण गांधी 4,10,348 (24.09%) मत पाकर सांसद बने थे। जबकि बसपा से अम्बेडकरनगर के रहने वाले पवन पांडेय 2,31,446 (13.59%) रनर अप रहे थे। इस चुनाव में सपा के शकील अहमद 2,28, 144 (13.39%) मत पाकर तीसरे स्थान पर थे। कांग्रेस की अमिता सिंह को 41,983 (2.46%) मत मिला था। जो चौथे स्थान पर थी। लोकसभा चुनाव 2014 की बात करें तो इस सीट से मेनका संजय गांधी के बेटे और बीजेपी प्रत्याशी वरुण गांधी भी यहां पहली बार चुनाव लड़ने आये और यह कि जनता ने उन्हें चुनाव में जीत दर्ज करने का मौका दिया और वो यहां से सांसद बने। सुल्तानपुर संसदीय सीट पर अबतक कांग्रेस पार्टी ने 8 बार अपनी जीत दर्ज की है। जबकि भारतीय जनता पार्टी ने यहां पर 5 बार दर्ज करा चुकी है जीत।
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