इन्दौर से पिस्टल मंगाकर यूपी व उत्तराखंड में सप्लाई करने वाला गिरफ्तार
एसटीएफ ने अभियुक्त के कब्जे से दस पिस्टल बरामद
- टोल पर काम करने के दौरान शस्त्र सप्लायर से हुई मुलाकात
- मध्य प्रदेश एक बार जाने के लिए मिलता था पंद्रह हजार
लखनऊ। अंतर्जनपदीय स्तर पर अवैध शस्त्रों की तस्करी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। अभियुक्त का नाम विनय त्यागी पुत्र योगेन्द्र त्यागी, निवासी अम्बेटा शेख, थाना देवबन्द, जनपद सहारनपुर है। एसटीएफ ने अभियुक्त के कब्जे से एक पिस्टल.32 बोर, 12 मैगजीन 32 बोर, दो एटीएफ कार्ड, एक मोबाइल तथा 120 रुपये नकद बरामद किया है। यह बदमाश मुजफ्फरनगर के विक्की त्यागी गिरोह के सदस्य को अवैध हथियार देने जा रहा था।
एसटीएफ उत्तर प्रदेश को काफी दिनों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले बदमाशों के बारे में सूचनाएं मिल रही थीं। एसटीएफ मेरठ यूनिट के अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह की टीम लगातार इन बदमाशों की तलाश में जुटी थी। एसटीएफ की टीम ने बुधवार देर रात मेरठ में मवाना बस स्टैंड स्थित पेट्रोल पंप के पास से इस गिरोह के एक बदमाश को पकड़ लिया। बदमाश की पहचान विनय त्यागी निवासी अम्हेटा शेख थाना देवबंद जनपद सहारनपुर के रूप में हुई।
यह बदमाश मुजफ्फरनगर के विक्की त्यागी गिरोह के सदस्य रक्षित त्यागी को अवैध पिस्टल देने वाला था। बदमाश का एक साथी फरार हो गया। बदमाश के पास से दस अवैध पिस्टल .32 बोर, 12 मैगजीन 32 बोर, दो एटीएम कार्ड, एक मोबाइल बरामद हुआ। गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया गया कि उसका नाम विनय त्यागी पुत्र योगेन्द्र त्यागी निवासी अम्बेटा शेख थाना देवबन्द जनपद सहारनपुर का रहने वाला है तथा भागे हुए व्यक्ति का नाम रक्षित त्यागी पुत्र विक्की त्यागी निवासी ग्राम पावटी थाना चरथावल जनपद मुजफ्फरनगर बताया।
अवैध पिस्टलों के बारे में विस्तृत पूछताछ की गई तो उसने बताया कि रक्षित त्यागी का रूहाना जनपद मुजफ्फरनगर स्थित टोल का ठेका था वह भी इसी टोल पर कार्य करता था, यही से उसकी मुलाकात रक्षित त्यागी से हुई । इसके बाद वह आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर स्थित टोल पर काम करने लगा। रक्षित त्यागी जब भी अपनी मॉं मीनू त्यागी से जिला कारागार अम्बेडकरनगर में मिलने जाता तो उसकी गाड़ी वह रक्षित त्यागी की गाडी टोल फ्री करा देता था। कुछ समय बाद इसकी नौकरी छूट गई और वह घर आ गया। रक्षित त्यागी ने उसे देहरादून मुलाकात करने बुलाया तथा कहा कि उसके दादा-दादी गांव में रहते है यदि वह उनकी देखभाल करेगा तो वह उसे पैसे देता रहेगा।
इसके बाद कभी-कभी रक्षित त्यागी उससे अपनी मां मीनू त्यागी को कुछ सामान जेल में भी पहुंचाने के लिये भेज देता था । कुछ दिनों बाद रक्षित त्यागी ने उसे दो एटीएम कार्ड देकर इन्दौर मध्यप्रदेश से अवैध शस्त्र लाने भेजा। इन एटीएम कार्डो से पैसे निकालकर उसे इन्दौर वाली पार्टी को देने को कहा था। वह जब देहात इलाके में पहुंच जाता तो दो व्यक्ति उसके पास आते और उसे अवैध पिस्टल देकर पैसे लेकर चले जाते, वह अवैध पिस्टलों को अपने बैग में रखकर वापस लाकर रक्षित त्यागी को दे देता था। इससे पूर्व भी यह दो बार इन्दौर मध्य प्रदेश से अवैध पिस्टल ला चुका है। रक्षित त्यागी ही इसकी दिल्ली से इन्दौर आने-जाने की ट्रैन की टिकट बुक करता था तथा एक बार के उसे 15 हजार रुपए देता था। आज भी यह रक्षित त्यागी के कहने पर इन्दौर मध्य प्रदेश से यह 10 पिस्टल लेकर आया था । यह 10 पिस्टल रक्षित त्यागी को मेरठ में ही किसी को देनी थी। यह और रक्षित त्यागी उसी व्यक्ति के यहां पर आने का इंतजार कर रहे थे कि इसे पकड़ लिया।
रक्षित त्यागी कुख्यात अपराधी विक्की त्यागी का बेटा है तथा इसकी मां मीनू त्यागी वर्तमान में जिला कारागार अम्बेडकरनगर में निरूद्ध है। विक्की त्यागी गैंग को रक्षित त्यागी ही संचालित कर रहा है। गिरफतार अभियुक्त ने यह भी बताया कि रक्षित त्यागी इन्दौर (म.प्र.) से पिस्टल मंगवाकर मुजफ्फरनगर, मेरठ, दिल्ली एवं उत्तराखण्ड में इनकी सप्लाई करता है। गिरफतार अभियुक्त विनय त्यागी के अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। रक्षित त्यागी की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है। गिरफ्तार अभियुक्त को मेरठ पुलिस को सौंप दिया गया है।
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