कार हादसा मामले में मायका पक्ष ने पति पर लगाया हत्या का आरोप, दोनों पक्षों में हुई पत्थरबाजी

कार हादसा मामले में मायका पक्ष ने पति पर लगाया हत्या का आरोप, दोनों पक्षों में हुई पत्थरबाजी

खरगोन। खरगोन जिले के बड़वाहा नर्मदा मार्ग पर शनिवार शाम को हुए कार हादसे में ग्राम उमरिया के पास जामनिया निवासी पूजा पत्नी आकाश (28) और मासूम बच्ची माही की मौत मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतिका के मायका पक्ष ने पति पर पत्नी और मासूम की हत्या का आरोप लगाया है । मामले को लेकर बीती रात पहले दोनों पक्षों में शासकीय अस्पताल में और उसके बाद आधी रात ग्राम जामानिया में तलवारबाजी व पथराव की घटना हुई है। जिसमें पूजा के मायके पक्ष का व्यक्ति घायल हुआ है। इस तनाव के बीच पुलिस की मौजूदगी में रविवार को दोनों शव का पीएम कर परिवारजनों के सुपुर्द किया गया। शव लेकर निकली एंबुलेंस के साथ भी पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था थी। बताया जा रहा है अंतिम संस्कार भी पुलिस की मौजूदगी में होगा।

मृतिका पूजा के पिता कमल सोलंकी ने अपने दामाद आकाश पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि यह हादसा नहीं बल्कि हत्या है। उन्होंने कहा कि पूजा की मां नर्मदा परिक्रमा पर जा रही थी, जिससे मिलने के लिए ही वह ओंकारेश्वर आना चाहती थी। आकाश ने शनिवार को शराब पीकर उसके साथ जमकर मारपीट की। घटना के कुछ समय पहले शाम करीब 4 बजे फोन पर हमारी पूजा से बात हुई थी। वह बहुत रो रही थी, तब मैंने उसे मना कर दिया कि यदि इस बात पर मारपीट कर रहा है तो वह ना आए। ज्यादा जिद करने पर आकाश ने गुस्से में शराब पीकर तेज गाड़ी चलाई। नतीजतन पुल के पहले गाड़ी उसने नहर में गिरा दी। आश्चर्य की बात तो यह है कि इस पूरे घटनाक्रम में आकाश दरवाजा खोलकर बाहर आ गया लेकिन पास की सीट पर बैठी पत्नी, बेटी अंदर ही रह गए। पुलिस द्वारा इस मामले की जांच की जाना चाहिए एवं आकाश के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

यह है पूरा मामला
खरगोन के बड़वाह में शनिवार शाम को एक परिवार कार समेत नहर में बह गया था। हादसे में मां पूजा और साढ़े तीन साल की बेटी माही की मौत हो गई जबकि पिता आकाश ने दरवाजा खोलकर तैरते हुए बाहर आ गया था। परिवार नर्मदा परिक्रमा यात्रा के दौरान ओंकारेश्वर पहुंचे अपने सास-ससुर से मिलने जा रहा था।

कार रोकने के लिए बांधी रस्सी टूटी
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बच्ची के पिता ने दरवाजा खोलकर दोनों को बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे। कुछ लोगों ने पानी में उतरकर कार को बहने से रोकने के लिए रस्सी भी बांधी, लेकिन वह टूट गई। कार में पानी भर गया था। अभी तक कार स्विफ्ट डिजायर को नहर से निकाला नहीं जा सका है।

सूचना पर एसडीओपी अर्चना रावत, एसआई पूजा सोलंकी समेत अन्य पुलिसकर्मी और गोताखोर मौके पर पहुंचे। तब तक कार घटनास्थल से करीब 100 मीटर तक आगे बह गई थी। इसके बाद गोताखोर प्रदीप, टुटा सहित अन्य लोगों ने दरवाजा खोलकर पत्नी और उसकी बेटी को बाहर निकाला, लेकिन दोनों की नब्ज नहीं चल रही थी।

सीपीआर देकर बचाने की कोशिश
एसडीओपी अर्चना रावत ने पूजा और नावघाटखेड़ी के पूर्व सरपंच अर्जुन केवट ने बच्ची को सीपीआर ( कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) देकर बचाने की काफी देर तक कोशिश की। इसके बाद मां-बेटी को बड़वाह सिविल अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

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